उत्तर प्रदेश पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा मामले में पेपर लीक करने वाले नेटवर्क की एक और अहम कड़ी पकड़ में आई है. यीपूएसटीएफ ने हरियाणा के जींद जिले से पेपर लीक मामले से जुड़े महेंद्र शर्मा को गिरफ्तार कर लिया है. महेंद्र के खिलाफ मेरठ के कंकरखेड़ा थाने में केस दर्ज करकर उसे जेल भेज दिया गया है. इससे पहले भी यूपी पुलिस पेपर लीक मामले से जुड़े कई आरोपियों को दबोच चुकी है.
पूछताछ में आरोपी ने खोले पेपर लीक के राज
यूपी पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा 17 और 18 फरवरी 2024 को आयोजित की गई थी, लेकिन पेपर लीक की खबर की पुष्टि होने पर इस परीक्षा को निरस्त कर दिया गया. आरोपी महेंद्र शर्मा से पूछताछ में पुलिस को पता चला कि परीक्षा से दो दिन पहले यानी कि 15 फरवरी को दिल्ली पुलिस का विक्रम पहल महेंद्र शर्मा को गुरुग्राम के मानेसर में स्थित रिजॉर्ट में लेकर आया था. इसी रिजॉर्ट में पहले से 400 उम्मीदवार मौजूद थे. इसके अलावा गौरव चौधरी 10-12 बसों में बाकी परीक्षार्थियों को लेकर रिजॉर्ट पहुंचा था.
परीक्षा से पहले ऐसे किया गया था पेपर लीक
विक्रम पहल ने पेपर लीक मामले में महेंद्र शर्मा से मदद मांगी थी. इसके बदले उसने महेंद्र को दो लाख रुपये देने का वादा किया था. विक्रम पहल ने रिजॉर्ट में इकट्ठा हुए करीब 1000 परीक्षार्थियों को बुलाकर मीटिंग की थी. 16 फरवरी को दिन में 11:00 बजे ही विक्रम पहल अपने साथियों के साथ 18 फरवरी की दूसरी पाली का प्रश्न पत्र और आंसर की लेकर रिजॉर्ट में पहुंच गया था. विक्रम पहल, अभिषेक शुक्ला और रवि नामक व्यक्ति ने मिलकर परीक्षा से पहले ही दिल्ली में यूपी पुलिस भर्ती का पेपर आउट करने और ज्यादा से ज्यादा अभ्यर्थियों को गुरुग्राम के रिजॉर्ट में इकट्ठा का पेपर पढ़वाने की प्लानिंग कर रहा था.
पेपर लीक से जुड़े कई आरोपी गिरफ्तार
इससे पहले उत्तर प्रदेश में पुलिस भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में एसटीएफ ने 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया था. इन आरोपियों से क्वेश्चन पेपर और आंसर शीट भी बरामद हुई थी. इन आरोपियों ने बताया कि दूसरी पाली की परीक्षा का पेपर इन्हें वाट्सएप पर 17 फरवरी को ही मिल गया था. इसके अलावा प्रयागराज के रहने वाले अजय सिंह चौहान और सोनू सिंह यादव को भी यूपी पुलिस ने पेपर लीक में गिरफ्तार किया है.