UPPCS 2023 Result: यूपीपीसीएस 2023 के परिणाम घोषित हो चुके हैं. इस परीक्षा में बहराइच के मनोज भारती ने पांचवी रैंक हासिल की है. मनोज की सफलता परे परिवार में खुशी और उत्साह का माहौल है. आजतक से बातचीत करते हुए मनोज भारती की मां मीना कुमारी अपने बेटे की सफलता पर काफी खुश नजर आईं. कैमरे पर भावुक होकर आंखों से आंसू पोंछते हुए वो अपने बेटे के शुरुआती पढ़ाई के दिनों को याद करती हैं. टॉपर की मां ने कहा कि जब देर रात तक मनोज पढ़ता था तो मैं उससे कहती थी कि बेटा सो जाओ बहुत रात हो गई है तो मनोज कहता था, नहीं मम्मी अभी नही सोएंगे हमें अभी और पढ़ना है, आगे कुछ बनना है और आज उसने अपनी बात सच कर दिखाई. अब वो एसडीएम बन गया.
बहराइच शहर स्थित थाना देहात कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला रायपुर राजा निवासी पेशे से शिक्षक राजकुमार भारती व स्वास्थ्य विभाग में सुपरवाइजर पद पर कार्यरत मीना कुमारी का बेटा मनोज भारती पीसीएस परीक्षा के कल रात घोषित परिणाम में पांचवी रैंक हासिल कर एसडीएम बन गया है, जिसके बाद पूरे परिवार में खुशी का आलम है. मनोज की मां ने बताया की उनके दो बेटे हैं. बड़ा बेटा कुलदीप भारती चेन्नई में केंद्रीय विद्यालय में अध्यापक है और उनका छोटा बेटा मनोज अलीगढ़ में सेवायोजन अधिकारी के पद पर कार्यरत हैं.
इंजीनियरिंग ने की है मनोज ने ग्रेजुएशन
मनोज ने हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की पढ़ाई बहराइच शहर के सरस्वती इंटर कॉलेज से की है. जिसके बाद उसने अजय कुमार गर्ग इंजीनियरिंग कालेज, गाजियाबाद से मकैनिकल इंजीनियरिंग में स्नातक किया है. पीसीएस में ये उसका चौथा प्रयास था, लेकिन इससे पूर्व उसका चयन जिला सेवा योजन अधिकारी पद पर हो चुका था. उसने ये सफलता अपने चौथे प्रयास में हासिल की है. इससे पूर्व वो तीन बार पीसीएस परीक्षा का साक्षात्कार दे चुके हैं.
मनोज भारती ने पीसीएस परीक्षा के लगातार तीन इंटरव्यू 2021, 2022 व्यू 2023 के दिए जिसमें प्रथम इंटरव्यू 2021 में वो असफल रहे 2022 में इंटरव्यू देकर जिला सेवायोजन अधिकारी बने जिसमें उन्हें अलीगढ़ जिले में पोस्टिंग मिली लेकिन तीसरे प्रयास 2023 में वो लंबी छलांग लगाकर पांचवी रैंक से एसडीएम पद पर चयनित हुए.
सरकार पर भेदभाव का आरोप गलत, जो मेहनत करेगा वो सफल होगा
अपने बेटे की सफलता पर पिता राजकुमार भारती प्रदेश की योगी सरकार की सराहना करते हुए नही थक रहे. उन्होंने बताया कि सरकार पर जो लोग भेदभाव का आरोप लगाते हैं, वो गलत है. सरकार कोई भेदभाव नहीं कर रही. जो मेहनत करेगा वो सफल होगा. सरकार ने बहुत कम समय में रिजल्ट निकाला और मेरा बेटा चयनित हो गया.
मेरी सफलता मेरे माता-पिता का आशीर्वाद है
पीसीएस का रिजल्ट आने के समय अलीगढ़ में अपनी पोस्टिंग के चलते मनोज अपने घर पर मौजूद नहीं थे, लेकिन उन्होंने आज तक से फोन पर बात करते हुए अपनी सफलता का श्रेय अपने माता पिता वा गुरुजनों को दिया है. उनका कहना है कि उनका सपना एसडीएम बनने का था जो कि सेवायोजन अधिकारी बनने के बाद भी जारी था, आज वो पूरा हो गया है. इसके लिए उन्होंने दिल्ली में तीन साल तैयारी भी की थी.