संघ लोक सेवा आयोग, (UPSC) सिविल सेवा 2020 की प्रारंभिक परीक्षा 4 अक्टूबर, 2020 को होनी है. वहीं देश में COVID-19 मामलों की संख्या में वृद्धि के बाद, सुप्रीम कोर्ट के एडवोकेट, अलख आलोक श्रीवास्तव ने यूपीएससी के अध्यक्ष को पत्र लिखकर परीक्षा स्थगित करने का आग्रह किया है.
पत्र में लिखते हुए एडवोकेट अलख ने COVID-19 की बढ़ती संख्या की ओर इशारा किया, उन्होंने कहा कि अब 24 घंटे में 69000 COVID-19 केस आ रहे हैं. वहीं वर्तमान में यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा के लिए आवेदन करने वाले उम्मीदवारों में से कई वर्तमान में COVID योद्धाओं के रूप में काम कर रहे हैं.
उन्होंने लिखा, देश के कई हिस्सों में बाढ़ की स्थिति है. ऐसे में वहां के उम्मीदवार कैसे परीक्षा में हिस्सा लेंगे? ये स्थिति गंभीर है. जिसपर विचार किया जाना चाहिए.
इस साल बड़ी संख्या में सिविल सेवा परीक्षा में उम्मीदवारों के शामिल होने की संभावना है. ऐसे में अक्टूबर महीने में सिविल सेवा परीक्षा केंद्रों में इतने बड़े पैमाने पर परीक्षा होने के कारण COVID-19 मामलों के तेजी से बढ़ोतरी होने की आशंका है.
ऐसे में एडवोकेट अलख ने यूपीएससी सिविल सेवा के उम्मीदवारों के प्रतिनिधि के रूप में परीक्षाओं को स्थगित करने का अनुरोध किया है. ये पत्र उन्होंने 20 अगस्त को यूपीएससी के अध्यक्ष को लिखा था.
उन्होंने हाल ही में PMO को एक पत्र लिखा था, जिसमें JEE, NEET 2020 की परीक्षाओं को स्थगित करने का अनुरोध किया था. हालांकि, अब JEE-NEET परीक्षा को सुप्रीम कोर्ट ने हरी झंडी मिल गई है. परीक्षा अगले महीने यानी सितंबर में होने वाली है.