UPSC Extra Attempt: यूपीएससी सिविल सर्विस मेन्स 2021-22 की परीक्षा कोरोना की वजह से न दे पाने वाले प्रतियोगी छात्रों की याचिका पर सुनवाई जारी है. अब इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने अपना फैसला सुनाया है. कोर्ट ने UPSC को आदेश दिया है कि वो दो हफ्ते के भीतर इन छात्रों की याचिका के बारे में फिर से विचार कर अपना फाइनल फैसला करे.
कोरोना की वजह से मुख्य परीक्षा नही दे पाने वाले छात्रों ने मांग की थी कि उन्हे मुख्य परीक्षा के लिए एक अतिरिक्त अवसर दिया जाए. छात्रों की तरफ से वकील प्रशांत भूषण ने 24 मार्च 2022 की पार्लियामेंट्री कमेटी की एक रिपोर्ट का हवाला दिया. इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने UPSC को अपने फैसले पर फिर से विचार करने को कहा है.
बता दें कि केन्द्र ने पहले ही कोर्ट में अपना पक्ष रखते हुए कहा है कि किसी भी कारण से यूपीएससी की मेन्स परीक्षा न दे पाने वाले उम्मीदवारों के लिए एक्स्ट्रा अटेम्प्ट का कोई प्रावधान नहीं है. केन्द्र ने कहा था कि पहले भी ऐसे मामले सामने आए हैं जब छात्र किन्हीं कारणों से परीक्षा नहीं दे पाए है, मगर किसी भी स्थिति में आयोग ने उम्मीदवारों को एक्स्ट्रा अटेम्प्ट नहीं दिया है.
पिछले साल यूपीएससी की प्रिलिम्स परीक्षा पास करने वाले कुछ उम्मीदवार कोरोना संक्रमित होने के चलते मेन्स परीक्षा नहीं दे सके थे. यूपीएससी द्वारा लागू आयुसीमा के चलते इन उम्मीदवारों का आखिरी अटेम्प्ट खराब हो गया. इसी के चलते उम्मीदवार सुप्रीम कोर्ट पहुंच गए और मांग कर रहे हैं कि उन्हें आयुसीमा में छूट देते हुए इस वर्ष की परीक्षा में बैठने का मौका दिया जाए.