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UP: सड़क सुरक्षा पर CM योगी सख्त, स्कूल-कॉलेजों में 6 से 10 जनवरी तक जागरूकता अभियान चलाने का निर्देश 

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए सख्त निर्देश जारी किए हैं. उन्होंने 6 से 10 जनवरी तक स्कूलों-कॉलेजों में सड़क सुरक्षा जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने का आदेश दिया. सीएम ने कहा कि हर साल 23-25 हजार मौतें सड़क दुर्घटनाओं में होती हैं, जो जागरूकता की कमी का नतीजा है.

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सीएम योगी (फाइल फोटो- PTI)
सीएम योगी (फाइल फोटो- PTI)

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सड़क दुर्घटनाओं को रोकने और सुरक्षा बढ़ाने के लिए सख्त निर्देश दिए हैं. उन्होंने बुधवार को राज्य सड़क सुरक्षा परिषद की बैठक में कहा कि 6 से 10 जनवरी तक सभी स्कूलों और कॉलेजों में सड़क सुरक्षा जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएं. मुख्यमंत्री ने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं में हर साल 23-25 हजार मौतें होती हैं, जो जागरूकता की कमी और लापरवाही का नतीजा है. इसे रोकने के लिए सख्त कदम उठाने की जरूरत है.

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स्कूलों में रोड सेफ्टी पार्क

सीएम योगी ने कहा कि स्कूलों-कॉलेजों में रोड सेफ्टी क्लब की तर्ज पर प्रत्येक जनपद में रोड सेफ्टी पार्क बनाए जाएं. रोड सेफ्टी अवेयरनेस कार्यक्रमों से स्कूली बच्चों को जोड़ते हुए यातायात नियम से जुड़े विषयों पर नाटक, संगीत, कविता, निबंध, संगोष्ठी, भाषण, सामान्य ज्ञान प्रतियोगिताएं कराई जाएं. सीएम योगी ने कहा कि जनपदीय सड़क सुरक्षा समिति जिलाधिकारी की अध्यक्षता में 5 जनवरी तक हर हाल में बैठक संपन्न कर लें.

सीएम योगी के निर्देश

  • जनपदीय समिति की बैठक: सभी जिलाधिकारी 5 जनवरी तक सड़क सुरक्षा समिति की बैठक सुनिश्चित करें.
  • लाइसेंस निरस्तीकरण: बार-बार चालान होने पर लाइसेंस और परमिट रद्द किए जाएं.
  • साइनेज और होर्डिंग्स: सड़कों पर साइनेज लगें और 75 जिलों, 350 तहसीलों, 1500 थानों और नगर निकायों में जागरूकता होर्डिंग्स लगाई जाएं.
  • ड्राइवरों की जांच: परिवहन निगम के बस ड्राइवरों की नियमित स्वास्थ्य जांच और बसों की फिटनेस सुनिश्चित की जाए.
  • ई-रिक्शा का संचालन: नाबालिग ई-रिक्शा व अन्य वाहनों का संचालन न कर पाएं, इस पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है. ई-रिक्शा के रजिस्ट्रेशन की कार्रवाई सुचारू रूप से की जाए.
  • मोडिफाई साइलेंसर पर रोक: ध्वनि प्रदूषण पर रोक लगाने के लिए बाइकों में से मोडिफाई साइलेंसर व हॉर्न को प्रतिबंधित किया जाए.

अन्य महत्वपूर्ण कदम

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  • ओवरलोडिंग, ओवरस्पीडिंग, और ड्रंकन ड्राइविंग पर सख्त रोक.
  • दुर्घटना संभावित स्थलों की पहचान कर समाधान के लिए कार्ययोजना.
  • ट्रैफिक नियमों का पालन कराने के लिए पुलिस बल और होमगार्ड की संख्या बढ़ाई जाएगी.
  • राहगीरों/आमजन को जागरूक किया जाए कि दुर्घटना को देखकर भागे नहीं, बल्कि घायलों को गोल्डन आवर के अंदर पास के हॉस्पिटल या ट्रॉमा सेंटर में पहुंचाएं. एंबुलेंस का रिस्पॉन्स टाइम न्यूनतम करें.

मुख्यमंत्री ने कहा कि सड़क सुरक्षा केवल लखनऊ तक सीमित न रहे, बल्कि इसे सभी जिलों में प्रभावी तरीके से लागू किया जाए. उन्होंने कहा कि लोगों को यह सिखाने की जरूरत है कि दुर्घटना के समय घायलों को गोल्डन आवर के भीतर अस्पताल पहुंचाना कितना महत्वपूर्ण है. बैठक में उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, नगर विकास मंत्री एके शर्मा, परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह, बेसिक शिक्षा मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संदीप सिंह समेत विभिन्न विभागों के आलाधिकारी मौजूद रहे.

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