Uttarakhand School Closed till 31st January: उत्तराखंड सरकार ने राज्य में 12वीं तक के स्कूलों और आंगनवाड़ी केंद्रों को 31 जनवरी तक बंद रखने का फैसला किया है. राज्य सरकार ने कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के चलते यह निर्णय लिया. उत्तराखंड की अपडेटेड कोविड-19 गाइडलाइंस जारी कर दी गई हैं, जिसमें नाइट कर्फ्यू समेत अन्य अहम जानकारियां दी गई हैं. नाइट कर्फ्यू रात 10 बजे से लेकर सुबह 6 बजे तक रहेगा.
इससे पहले, उत्तराखंड के स्कूलों को 22 जनवरी तक के लिए बंद किया गया था, लेकिन कोरोना वायरस के मामलों को देखते हुए स्कूलों को खोलने की तारीख को फिर से आगे बढ़ा दिया गया है. न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार, ''उत्तराखंड सरकार ने कोविड प्रतिबंधों को 31 जनवरी तक के लिए बढ़ा दिया है. सभी आंगनवाड़ी केंद्र और 12वीं तक के एजुकेशनल इंस्टीट्यूट्स बंद रहेंगे. हालांकि, ऑनलाइन क्लोसेस चलती रहेंगी.''
यूपी में भी 30 तक बंद रहेंगे स्कूल
उधर, उत्तर प्रदेश में भी कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच सभी शैक्षणिक संस्थानों की छुट्टियां बढ़ा दी गई हैं. यूपी में अब 30 जनवरी तक सभी स्कूल-कॉलेज बंद रखने का आदेश जारी किया गया है. राज्य में जनवरी के पहले सप्ताह में कोरोना संक्रमण की बढ़ती रफ्तार को देखते हुए स्कूल-कॉलेज 16 जनवरी तक बंद किए गए थे, जिसके बाद स्थिति की समीक्षा हुई और शैक्षणिक संस्थानों को बंद रखने की मियाद 23 जनवरी तक बढ़ा दी गई थी. हालांकि, शैक्षणिक संस्थानों को ऑनलाइन क्लासेज़ जारी रखने का आदेश दिया गया है. प्रशासन का निर्देश राज्य के सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूल-कॉलेजों पर लागू होगा.
In a letter dated Jan 22, Uttarakhand Govt extends COVID restrictions in the state till January 31. All Anganwadi Centres and educational institutions up to 12th standard to remain closed, online classes to continue pic.twitter.com/cgLdH5wbDX
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) January 24, 2022
महाराष्ट्र में आज से खुल गए स्कूल
वहीं, महाराष्ट्र में आज से एक से 12वीं तक के स्कूलों को फिर से खोल दिया गया. इस दौरान स्कूलों में कोरोना प्रोटोकॉल्स का पूरा पालन करना होगा. महाराष्ट्र स्कूल एजुकेशन मिनिस्टर वर्षा गायकवाड़ ने पिछले हफ्ते मुंबई समेत महाराष्ट्र में स्कूलों के फिर से खोले जाने की जानकारी दी थी. कोरोना महामारी की वजह से राज्य में स्कूल बंद थे, जिन्हें आज से फिर से खोल दिया गया है. स्कूलों के खुलने के बाद छात्रों को स्कूल भेजने के लिए उनके माता-पिता की अनुमति अनिवार्य है.