कर्नाटक सरकार ने राज्य के सभी सरकारी आवासीय स्कूलों का नाम बदलकर महर्षि वाल्मीकि आवासीय विद्यालय रखने की घोषणा की है. महर्षि वाल्मीकि जयंती पर कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने हाशिए पर खड़े समुदायों के लिए समानता और सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए कई घोषणा की चर्चा की.
सीएम सिद्धारमैया ने घोषणा की कि कर्नाटक के सभी सरकारी आवासीय विद्यालयों का नाम बदलकर 'महर्षि वाल्मीकि आवासीय विद्यालय' कर दिया जाएगा. इसके अलावा, रायचूर विश्वविद्यालय का नाम बदलकर 'महर्षि वाल्मीकि विश्वविद्यालय' कर दिया जाएगा. राज्य सरकार ने यह फैसला महर्षि वाल्मीकि के योगदान को सम्मानित करने के लिए लिया है.
बाबासाहब अंबेडकर के संदेश को दोहराया
सीएम ने विधान सौध में विधायक भवन में महर्षि वाल्मीकि की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि दी. इस अवसर पर समाज सुधारक डॉ. बीआर अंबेडकर के संदेश को दोहराते हुए, सिद्धारमैया ने आर्थिक और सामाजिक असमानताओं से निपटने के महत्व पर प्रकाश डाला. मुख्यमंत्री ने कई सरकारी पहलों की चर्चा करते हुए गृह लक्ष्मी योजना, गृह ज्योति योजना और युवा निधि योजना की बात की.
योजनाओं के बारे में-
गृह लक्ष्मी योजना: 1.21 करोड़ महिला परिवारों को प्रति माह 2,000 रुपये प्रदान करना.
गृह ज्योति योजना: 1.40 करोड़ परिवारों को मुफ्त बिजली प्रदान करना.
युवा निधि योजना: 1.82 लाख बेरोजगार स्नातकों और डिप्लोमा धारकों को वित्तीय सहायता प्रदान करना.
बता दें कि आज रामायण के रचनाकार आदिकवि महर्षि वाल्मीकि की जयंती (Valmiki Jayanti 2024 date) है. महर्षि वाल्मीकि का जन्म अश्विन मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा यानी कि शरद पूर्णिमा को हुआ था. महर्षि वाल्मीकि का जन्मदिवस देशभर में पूरे उत्साह के साथ मनाया जाता है.