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कौन बनेगा कुलपति? AMU में इन तीन नामों पर होना है फैसला, अब राष्ट्रपति की लगेगी मुहर

एएमयू की हिस्ट्री में ऐसा पहली बार हुआ है कि वीसी के लिए किसी महिला का नाम शामिल हुआ है और अब उनका नाम भी टॉप 3 में शामिल होकर आगे प्रस्तावित हो चुका है. उनके साथ रेस में प्रो एमयू रब्बानी और प्रो फैजान मुस्तफा का नाम है.

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प्रो नईमा खातून,  प्रो फैजान मुस्तफा, प्रो एमयू रब्बानी के नाम पर होगा फैसला
प्रो नईमा खातून, प्रो फैजान मुस्तफा, प्रो एमयू रब्बानी के नाम पर होगा फैसला

अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में नए कुलपति के चयन के लिए सोमवार को एनआरएससी क्लब में यूनिवर्सिटी की सबसे बड़ी कोर्ट बैठक में पांच नामों के लिए चुनाव हुआ. इसमें एग्जीक्यूटिव काउंसिल की बैठक में बनाए गए पांच नाम के पैनल में से तीन नाम चुनने के लिए मतदान हुआ. जिसमें प्रोफेसर एमयू रब्बानी को 61, प्रोफेसर फैजान मुस्तफा को 53, प्रोफेसर नईमा खातून को 50 और प्रोफेसर फुरकान कमर को 45 व प्रोफेसर कयूम हसन को 43 वोट मिले हैं. पांचों नामों में से अगर टॉप 3 की बात की जाए तो प्रोफेसर एमयू रब्बानी को 61, प्रोफेसर फैजान मुस्तफा को 53 और प्रोफेसर नईमा खातून को 50 वोट मिलने के साथ ही उनके नाम आगे प्रस्तावित हो चुके हैं. 

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आपको यहां अवगत कराते चलें कि एएमयू की हिस्ट्री में ऐसा पहली बार हुआ है कि वीसी के लिए किसी महिला का नाम शामिल हुआ है और अब उनका नाम भी टॉप 3 में शामिल होकर आगे प्रस्तावित हो चुका है. अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी की सर्वोच्च बॉडी अमु कोर्ट कि सोमवार को मीटिंग में नई वाइस चांसलर के लिए चुने गए तीन नाम को लेकर यूनिवर्सिटी के कार्यवाहक वाइस चांसलर प्रोफेसर मोहम्मद गुलरेज ने बताया कि आज अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के 89 कोर मेंबर्स को अपना वोट देने शामिल होना था लेकिन 84 मेंबर्स कोर्ट मीटिंग में शामिल हुए. सांसदों ने इस मीटिंग में हिस्सा लिय. इसके अलावा प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया के नॉमिनेट कोर मेंबर्स ने भी इस मीटिंग में हिस्सा लिया. इसके साथ ही अन्य विभाग अध्यक्ष व लोगों ने कोर्ट की मीटिंग में हिस्सा लिया. मीटिंग में तीन पूर्व वाइस चांसलर भी एएमयू में शामिल होने आए. पूरी प्रक्रिया सोमवार की कोर्ट मीटिंग के बाद एकदम पारदर्शी तरीके से की गई है. प्रोफेसर एम यू रब्बानी, प्रोफेसर फैजान मुस्तफा व प्रोफेसर नईमा खातून के नाम का पैनल बना है जिसको प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया के पास भेजा जाएगा. 

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अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी चेन्नई वस चांसलर की नियुक्ति प्रक्रिया के तहत सोमवार को  यूनिवर्सिटी की सर्वोच्च बॉडी अमु कोर्ट के बतौर सदस्य वोट देने पहुंचे कांग्रेस के सांसद इमरान प्रतापगढ़ी ने मध्य प्रदेश व अन्य राज्यों में हो रहे विधानसभा चुनाव के दौरान इंडिया गठबंधन के अपने सहयोगी साथी समाजवादी पार्टी के साथ चल रहे गतिरोध पर टिप्पणी करते हुए कहा कि यह सिर्फ मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव तक बयानबाजी सीमित है. इंडिया गठबंधन बहुत मजबूत है. अभी गंगा में बहुत पानी है मध्य प्रदेश के चुनाव के बाद यह सारी बयान बाजी बंद हो जाएगी. राहुल गांधी जी ने जिस प्रकार से भारत जोड़ो यात्रा की है. वो 4000 किलोमीटर में पैदल चले हैं. उसके बाद देश की जनता के पास भाजपा सरकार को हटाने के लिए कांग्रेस के अलावा कोई विकल्प नहीं है. यह सभी बातें क्षेत्रीय पार्टियों बखूबी जानती हैं राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जैन चौधरी हमारे साथ इंडिया गठबंधन में शामिल हैं. उनके लिए हमने सीट छोड़ी है वह नाराज नहीं है. मांगने को आदमी बहुत कुछ मांगेगा लेकिन जिस पर सहमति बन गई इसका मतलब गठबंधन है. 

अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के प्रो उमर सलीम पीरजादा ने सोमवार को हुई अमु कोर्ट की मीटिंग के बाद नए वाइस चांसलर के लिए तीन नाम के पैनल तैयार होने के बाद कहा पांच नाम सोमवार को इसी पैनल से जो चुनकर आए थे उनका नाम कोर्ट के मीटिंग में रखा गया. यहां से कोर मेंबर्स ने तीन नामों को चुनकर प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया के पास भेजा है. मीटिंग में प्रोफेसर एम यू रब्बानी साहब को 61 वोट फैजान मुस्तफा को 53 वोट नेमा खातून को 50 वोट्स मिले हैं. इनके अलावा जो बाकी के दो लोग इसी पैनल से डिसाइड होकर अमु कोर्ट के लिए आए थे उनका वोट कम होने की वजह से रिजेक्ट कर दिया गया.

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