scorecardresearch
 

चलते-फिरते आ जाती है 'मौत', क्यों हो रहे छोटी उम्र में हार्ट अटैक? IIT वैज्ञानिक लगा रहे पता

वैसे तो लोगों में हार्टअटैक आना आम बात है लेकिन जिस तरह से बीते 1 से 2 वर्षों में मध्यम उम्र के लोगों में हार्ट अटैक की संख्या बढ़ी है, साथ ही साथ कई ऐसे वीडियो वायरल हुए हैं जिसमें लोग नाचते हुए खेलते कूदते हुए हार्ट अटैक का शिकार हो रहे हैं. आईआईटी कानपुर अब इस पर रिसर्च करेगा.

Advertisement
X
अचानक क्यों बढ़ रहा हार्ट अटैक का खतरा? आईआईटी कानपुर करेगा रिसर्च
अचानक क्यों बढ़ रहा हार्ट अटैक का खतरा? आईआईटी कानपुर करेगा रिसर्च

अचानक आने वाला हार्ट अटैक सोचने पर मजबूर कर रहा है. नाचते-गाते, सही सलामत हालत में हार्ट अटैक लोगों की जान ले रहा है. हाल ही में शादी की सुहागरात पर पति-पत्नी दोनों की हार्ट अटैक से मौत हो गई थी. अब इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी कानपुर (IIT Kanpur) अचानक आने वाले हार्ट अटैक के पीछे वजह पता लगाने के लिए रिसर्च करेगा. आईआईटी कानपुर, अटैक आने की आशंका पता लगाने के लिए विशेष सिस्टम विकसित करने की तैयारी कर रहा है.

Advertisement

वैसे तो लोगों में हार्टअटैक आना आम बात है लेकिन जिस तरह से बीते 1 से 2 वर्षों में मध्यम उम्र के लोगों में हार्ट अटैक की संख्या बढ़ी है, साथ ही साथ कई ऐसे वीडियो वायरल हुए हैं जिसमें लोग नाचते हुए खेलते कूदते हुए हार्ट अटैक का शिकार होकर गिरे और उनकी मौत हो गई, जिसने लोगों में काफी चिंता बढ़ा दी है. दूसरी ओर ऐसे अचानक हार्ट अटैक आने की वजह एक्सपर्ट्स को भी समझ में नहीं आ रही है. इसे देखते हुए अब आईआईटी कानपुर ने हार्ट अटैक के पर रिसर्च करने का फैसला लिया है. इस रिसर्च के लिए कई और प्रतिष्ठित संस्थान मदद करेंगे. साथ ही दुनिया भर से हार्ट अटैक के कारणों पर स्टडी कर रहे लोगो को भी आमंत्रित किया जाएगा

हार्ट अटैक से पहले मिलेगा अलर्ट!
हार्ट अटैक की समस्या को पूरी गंभीरता से लेते हुए आईआईटी में बन रहे गंगवाल स्कूल ऑफ मेडिकल साइंस एंड टेक्नोलॉजी कानपुर, इन हार्ट अटैक की वजह का पता लगाएगा साथ ही साथ एक ऐसे सिस्टम को इजाद करने की कोशिश करेगा जिससे हार्ट अटैक होने से पहले लोगों को इसका पता चल सके. इसके लिए विशेष ईसीजी और MRI के डाटा का अध्ययन करके कार्डियो इलेक्ट्रोफिजियोलॉजी सिमुलेटर का इस्तेमाल किया जाएगा.

Advertisement

दुनियाभर के रिसर्चर्स से मांगे आवेदन
आईआईटी कानपुर के साथ एसजीपीजीआई जैसे अन्य प्रतिष्ठित संस्थान भी इस रिसर्च में मदद करेंगे. इसके लिए दुनियाभर से कई डॉक्टर्स को आमंत्रित किया गया है. जो इंजीनियरिंग या साइंस की किसी शाखा में पीएचडी कर चुके हैं, उन्हें 22 जून तक आवेदन इस रिसर्च का हिस्सा बनने का मौका दिया गया है. इसके बाद विचार करके रिसर्च शुरू की जाएगी.

युवा भी हो रहे हार्ट अटैक का शिकार
उत्तर प्रदेश के शहर बहराइच में सुहागरात पर पति (22 साल) और पत्नी (20 साल) की हार्ट अटैक से मौत गई थी.
कुछ महीनों पहले कानपुर में ही मैदान में दौड़ते हुए युवकों हार्ट अटैक आया और उसकी मौत हुई.
मध्य प्रदेश के सागर में खाना खाते हुए सिक्योरिटी गार्ड की हार्ट अटैक आने से मौत हो गई.
नांदेड़ में अपने रिश्तेदार की शादी में उत्सव के माहौल में एक युवक तेलुगु गाने पर डांस कर लड़के की हार्ट अटैक से मौत हुई थी.


हार्ट अटैक से होने वाली मौतों की संख्या कम नहीं है, जो हर रोज आपको सोचने पर मजबूर कर रही हैं. इसलिए आईआईटी कानपुर की यह रिसर्च काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है.

 

Advertisement
Advertisement