छात्रों को कोचिंग की ओर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी, कोचिंग संस्थानों की निर्भरता घटेगी. सेंट्रल यूनिवर्सिटीज के एंट्रेंस एग्ज़ॉमिनेशन में सुधार करने के लिए कई पहल हैं. उच्च शिक्षा के लिए छात्रों को विभिन्न भाषाओं में परीक्षा देने का मौका मिलेगा. प्रवेश परीक्षा को ऑनलाइन और मल्टी-सब्जेक्ट बनाने पर फोकस है. भारत में भाषा की विविधता को बढ़ावा देने के लिए प्रयास जारी हैं. यूपी, गुजरात और बिहार में परीक्षा माफिया के खिलाफ कड़े कदम उठाए जा रहे हैं. डिजिटल सर्विलांस को बढ़ावा दिया जा रहा है.