हर व्यक्ति जीवन में कामयाब होना चाहता है. सफल होने के लिए सभी लोग गोल्स सेट कर लेते हैं, लेकिन उन गोल्स को पूरा करने में बहुत से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है. केवल अपना लक्ष्य सेट करने भर से कोई सफल नहीं होता. लक्ष्य को पूरा करके ही व्यक्ति सफल होता है. लोगों के पास अपने गोल्स को पूरा नहीं कर पाने के अलग-अलग कारण हो सकते हैं, लेकिन इन सब में एक कारण जो बहुत आम है, वो है व्यक्ति का अनुशासित न होना.
क्या है सेल्फ डिसिप्लिन?
सफलता पाने के लिए सबसे जरूरी है कि आपको खुद को अनुशासित रखना आता हो. खुद को अनुशासित रखने या सेल्फ डिसिप्लिन का सीधा सा मतलब ये है कि आपका खुद पर कितना कंट्रोल है. आपकी खुद को कंट्रोल में रखने की क्षमता को ही सेल्फ डिसिप्लिन कहा गया है. आज के वक्त में व्यक्ति का ध्यान भटकाने के लिए बहुत सी चीजें उपलब्ध हैं. ऐसे में खुद पर कंट्रोल पाना थोड़ा मुश्किल हो जाता है. आज हम आपको कुछ ऐसे तरीके बता रहे हैं, जो आपको सेल्फ डिसिप्लिन सिखा सकते हैं.
खुद को मोटिवेटेड रखें: सेल्फ डिसिप्लिन के लिए सबसे जरूरी है कि आप खुद को मोटिवेटेड रखें. जब आप अपने सपनों या किसी काम को लेकर मोटिवेटेड रहते हैं तो उसे पूरा करने के लिए आपको अलग से मेहनत नहीं करनी पड़ती है. आप खुद-ब-खुब अनुशासित रहते हैं. यही वजह है कि आप जीवन में अपने लिए जो भी सपने देखते हैं, वो ऐसे होने चाहिए जो आपको अंदर से उसे पूरा करने की इच्छा जगाएं. मान लीजिए अगर आप अपने लिए करियर को चुनने का प्लान कर रहे हैं तो आपको ऐसा कुछ चुनना चाहिए जो आप मन से करें. कई बार दूसरों की देखा-देखी हम करियर चुन लेते हैं. बाद में, उसे पूरा करने की दिशा में जब हम काम करते हैं तो अक्सर बीच में बोर होने लगते हैं और हमारा मोटिवेशन खोने लगता है.
ध्यान भटकाने वाली चीजों को खुद से दूर रखें: एक रीसर्च में पाया गया है कि आपके आसपास का माहौल आपके फैसलों पर बहुत असर डालता है. वहीं, आपकी इच्छाशक्ति भी इससे काफी प्रभावित होती है. इसलिए सेल्फ डिसिप्लिन के लिए जरूरी है कि आप ऐसी चीजों से दूरी बना लें जो आपका ध्यान भटका सकती हैं. आज के वक्त में मोबाइल फोन बड़ी आसानी से लोगों का ध्यान भटकाता है. इसलिए अगर आप कोई काम कर रहे हैं. मान लीजिए किसी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं तो फोन को पढ़ाई के वक्त खुद से दूर रखें.
खुद के लक्ष्य के लिए रखें डेडलाइन: एक बार जब आपने गोल्स का चुनाव कर लिया है तो उन्हें पूरा करने के लिए एक डेडलाइन भी जरूर सेट करें. दरअसल, जब हम डेडलाइन सेट करते हैं तो हमारे ऊपर उस काम को तयशुदा वक्त में पूरा करने का प्रेशर होता है. उस प्रेशर के चलते आप खुद को अनुशासन में रखते हुए अपने गोल्स को तयशुदा वक्त में पूरा कर पाएंगे.
बड़ी चीजों को पहले पूरा करें: जब आप अपने लिए गोल्स सेट करते हैं तो उन्हें स्टेप बाय स्टेप ही पूरा करते हैं. ऐसे में आपको कोशिश करनी चाहिए कि आपके गोल्स की जो बड़ी या कठिन चीजें हैं आप पहले उसे पूरा करें. टाइम मैनेजमेंट की जानकारी रखने वाले एक्सपर्ट्स का मानना है कि जब आप किसी कार्य का कठिन या बड़ा हिस्सा पहले कर लेते हैं, उसके बाद छोटे-छोटे हिस्सों को पूरा करने में आपको ज्यादा परेशानी नहीं होती है. आप आसानी से छोटे-छोटे हिस्सों को पूरा कर सकते हैं.