Smart Goals for Success: जिंदगी में कामयाबी का ख्वाब पालने के लिए ये जरूर जान लें कि सफलता पाना एक या दो दिन का काम नहीं है, इसे पूरी लगन और जतन के साथ उचित वक्त देकर ही हासिल किया जा सकता है. कामयाबी का मतलब महज अच्छी जॉब पाना या अच्छी कमाई करना भी नहीं है, कामयाबी की जरूरत जिंदगी के हर उस मोड़ पर पड़ती है, जब आपके दिल में कुछ पाने की ख्वाहिश जागती है.
जैसे अगर आपका उद्देश्य सुबह जल्दी उठने की आदत डालना है तो उसके लिए भी आपको एक प्लानिंग के तहत चलना पड़ेगा. सभी तरह की कामयाबी हासिल करने के लिए आज हम आपको बताएंगे 'S-M-A-R-T' गोल्स. इसके लिए हम एक मोटे शख्स का उदाहरण लेंगे, जिसका उद्देश्य वजन कम करना है. आइये जानते हैं, क्या हैं 'S-M-A-R-T' गोल्स.
S-Specific (निश्चित): कामयाबी पाने के लिए जरूरी है कि आप अपने लक्ष्य को लेकर स्पेसिफिक हों यानी आप निश्चित कर लें कि आखिर आपको करना क्या है. जैसे आपका उद्देश्य है कि आपको वजन कम करना है. लेकिन इसके साथ ही आपको स्पेसिफिक होना होगा कि आपको कितना वजन कम करना है.
M-Measurable (जिसे मापा जा सके): कामयाबी एक या दो दिन का काम नहीं बल्कि ये चरणबद्ध तरीके से ये आगे बढ़ती है. इसलिए जरूरी है कि हम उद्देश्य को मेजरेबल बनाएं यानी जिसे मापा जा सके. जैसे मुझे इस साल तक 20 किलो वजन कम करना है. इसके लिए आप समय समय पर अपने लक्ष्य को करीब होते देख सकेंगे. इस उद्देश्य के लिए मुझे हर महीने डेढ़ किलो से ज्यादा वजन कम करना होगा.
A-Attainable (प्राप्त करने योग्य): लक्ष्य ऐसा होना चाहिए जिसे प्राप्त किया जा सके. जैसे साल में 20 किलो वजन कम करना प्राप्त करने योग्य लक्ष्य है. लेकिन एक महीने में 20 किलो वजन कम करने की ख्वाहिश सही नहीं होगी.
R-Relevant (उचित): आपका लक्ष्य उचित भी होना चाहिए. जैसे अगर आप बहुत मोटे हैं, या डॉक्टर ने आपको वजन कम करने की सलाह दी है या फिर आपको लगता है कि वजन कम करके आप अच्छा महसूस करेंगे, आत्मविश्वास आएगा तो ये सही है. लेकिन अगर इसके पीछे उचित वजह नहीं है तो सही लक्ष्य साबित नहीं हो पाएगा.
T-Time based (समय पर आधारित): हर चीज की एक डेडलाइन होती है, सही वक्त होता है. लक्ष्य को हासिल करने की भी एक डेडलाइन होनी चाहिए. जैसे इस साल के आखिर तक 20 किलो वजन कम करना. टाइम बेस्ड होना आपको लक्ष्य की तरफ बढ़ते रहने के लिए प्रेरित भी करता है.