गुजरात के सूरत में रहने वाले 16 साल के लड़के ने वो कमाल कर दिखाया है, जिसकी वजह से उसे डॉक्टरेट की उपाधि मिली है. शामक अग्रवाल को स्केचिंग के क्षेत्र में विशिष्ट योग्यता हासिल करने की वजह से सबसे कम उम्र में मानद डॉक्टरेट की उपाधि दी गई है.
शामक के पिता एक व्यापारी हैं उन्होंने बताया कि बचपन से ही उनके बेटे को स्केचिंग का शौक था. देखते ही देखते शामक का यह शौक विलक्षण प्रतिभा में बदल गया. स्केचिंग के क्षेत्र में शामक ने छोटी उम्र में ही कई बड़े रिकॉर्ड बनाए हैं.
शामक का नाम वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, इंटरनेशनल बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज है. इसके अलावा शामक ने ग्लोबल किड्स अचीवर्स अवार्ड, इंडिया प्राइम अवार्ड के अलावा राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय अवार्ड भी जीते हैं. कला के क्षेत्र में शामक को मानद डॉक्टरेट की उपाधि विश्वविद्यालय दिल्ली ने प्रदान की है. इसके अलावा वो कई छात्रों को मुफ्त स्केचिंग भी सिखा रहे हैं.
इस कामयाबी पर शामक अग्रवाल का कहना है कि जब वो दूसरी क्लास में पढ़ते थे तभी से उन्हें स्कैचिंग में बहुत शौक था. लेकिन स्कूल में उन्हें नजरअंदाज किया गया. पर माता-पिता ने हमेशा उनका हौसला बढ़ाकर रखा. जिसकी वजह से उन्होंने यह मुकाम हासिल किया.