महाराष्ट्र और गुजरात के समुद्र तट की ओर निसर्ग तूफान बहुत तेजी से बढ़ रहा है. अरब सागर में आए इस तूफान का नाम बांग्लादेश ने दिया. इसी तरह एंफान, हिका और तितली आदि नाम भी दूसरे देशों ने दिए हैं. हर तूफान के नाम का एक मतलब और नाम रखने की एक प्रक्रिया है. आइए जानते हैं इन तूफानों के नाम का मतलब और क्यों पड़ोसी देशों ने रखे हैं इनके नाम.
बता दें कि हिंद महासागर में चक्रवातों के नामकरण की शुरुआत 2000 में हुई और 2004 में एक सूत्र पर सहमति बनी. अगले कुछ चक्रवातों का नाम गाती (भारत ने दिया), फिर निवार (ईरान), बुउर्वी (मालदीव), तौकी (म्यांमार) और यास (ओमान) तय किया गया.
कहर और विनाश पैदा करने वाले चक्रवात और तूफानों को अक्सर 'फानी', 'टिटली',
'लैला', 'हेलेन' आदि अजीबोगरीब नाम दिए जाते हैं. ये नाम लोगों को अचंभित
करते रहे हैं लेकिन इसे चुनने का अपना अलग तरीका है.
क्या है नामकरण परंपरा
शुरू में किसी भी
विशेष नाम से चक्रवात की पहचान नहीं की गई थी. फिर अटलांटिक महासागर में
तूफान के साथ नाम देने की ये परंपरा शुरू हुई. यहां आए तूफान को एंटजे नाम
दिया गया. तब से 39 मील प्रति घंटे की निरंतर हवा की गति तक पहुंचने वाले
किसी भी उष्णकटिबंधीय तूफान को कुछ नाम दिया जाता है.
जानें- इन तूफानों के नामों की सच्चाई
काफी चर्चा में रहे
तूफान हेलेन का नाम बांग्लादेश ने सुझाया था. वहीं नानुक का म्यांमार ने,
हुदहुद का ओमान ने, निलोफर और वरदा का पाकिस्तान ने, मेकुनु का मालदीव ने
और हाल में बंगाल की खाड़ी से चले तूफान 'तितली' का नाम पाकिस्तान द्वारा
दिया गया था.
इसी क्रम में निसर्ग का नाम बांग्लादेश ने सुझाया था जिसका अर्थ है प्रकृति. 2020 में जारी 169 नामों की लिस्ट से इसे चुना गया. भारतीय मौसम विभाग ने अप्रैल 2020 में 169 तूफान के नामों की लिस्ट जारी की. अब भारत में जब कभी तूफान आने का पूर्वानुमान लगाया जाएगा तब इसका नाम रखने में मदद मिलेगी.
बता दें कि IMD पर मानक प्रक्रिया का पालन करते हुए तूफान का नाम रखने की जिम्मेदारी है. इसके अलावा IMD दुनिया के 12 अन्य देशों को एडवायजरी जारी करता है. जिससे उन्हें तूफान और आंधी के बारे में तैयार रहने की सूचना मिल जाती है. माना जाता है कि विशेष नाम के साथ जारी चेतावनी से बड़े वर्ग तक संदेश पहुंचाने में मदद मिलती है.
फिलहाल चक्रवाती तूफान निसर्ग महाराष्ट्र के तटीय इलाकों से टकरा गया है. निसर्ग
तूफान मुंबई में अलीबाग के तट से टकराया है. मौसम विभाग के मुताबिक
चक्रवाती तूफान करीब 120 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से टकराया है.
मुंबई के ज्यादातर इलाकों में तेज हवाओं के साथ बारिश हो रही है. मुंबई और
गुजरात के ज्यादातर इलाकों में रेड अलर्ट जारी है.