प्रिंस चार्ल्स के बाद अब ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन का कोरोना टेस्ट भी पॉजिटिव आया है. लंदन में इस खबर के बाद अफरातफरी मची है. हमेशा अपने विवादित बयानों से वैश्विक मीडिया में भी चर्चा में रहने वाले बोरिस जॉनसन इस बार कोरोना को लेकर चर्चा में हैं. आइए जानें- बोरिस जॉनसन के बारे में ये खास बातें, जो आपको शायद न पता हों.
पहले थे पत्रकार
लंदन के पूर्व मेयर और यूनाइटेड किंगडम के पूर्व विदेश मंत्री बोरिस जॉनसन साल 2019 में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री चुने गए हैं. क्या आपको पता है कि प्रधानमंत्री की कुर्सी तक पहुंचने वाले बोरिस जॉनसन कभी पत्रकार हुआ करते थे.
ऑक्सफोर्ड यूनियन के प्रेसीडेंट रहे
जॉनसन का बचपन न्यूयॉर्क सिटी, लंदन और ब्रूशेल्स में बीता. स्कूली शिक्षा इंग्लैंड के एक बोर्डिंग स्कूल से हुई. वो एक मेधावी छात्र थे, उन्होंने Eton College में एक स्कॉलरशिप जीती इसके बाद ऑक्सफोर्ड के Balliol College से क्लासिक्स विषय में पढ़ाई की. अपने कॉलेज में पढ़ाई के दौरान ही बोरिस जॉनसन ऑक्सफोर्ड यूनियन के प्रेसिडेंट चुने गए थे.
फैक्ट में की गड़बड़ी, नौकरी से निकाले गए
मैनेजमेंट कंसल्टेंट के तौर पर कुछ दिन काम करने के बाद जॉनसन ने पत्रकारिता में करियर बनाया. ब्रिटानिका की उनकी बायोग्राफी की मानें तो उन्होंने 1987 में द टाइम्स अखबार में रिपोर्टर की नौकरी शुरू की थी. लेकिन, यहां फैक्ट में गड़बड़ी के आरोप में उन्हें निकाल दिया गया था. वैसे यहां से उन्होंने द टेलीग्राफ अखबार में काम किया. यहां उन्होंने करेस्पॉन्डेंट के तौर पर यूरोपियन समुदाय को कवर किया. इसके बाद 1994 में यहां असिस्टेंट एडिटर बन गए. इसी साल वो The Spectator में बोरिस पॉलिटिकल कॉलमनिस्ट बन गए. इसी करियर के बीच ऐसे संयोग बने कि वो राजनीति में आ गए.
विदेश मंत्री बने तो हुई आलोचना
बोरिस जॉनसन साल 2001-2008 तक सात साल हेनले के एमपी रहे. इसके अलावा आठ साल वो लंदन के मेयर रहे. इसके अलावा वो चार साल MP for Uxbridge and South Ruislip रहे. दो साल (2016-2018) वो फॉरेन सेक्रेटरी भी रहे. 2016 में जब वो विदेश मंत्री बने तो सोशल मीडिया में उनकी खूब आलोचना हुई.
हिलेरी क्लिंटन को कहा था सेडिस्टिक नर्स
जॉनसन की पहचान उनके आपत्तिजनक बयानों से बहुत ज्यादा हुई है. अप्रैल 2016 में उन्होंने तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति ओबामा को लेकर बयान दिया था कि ओबामा कुछ-कुछ केन्याई मूल के हैं और ब्रिटेन से 'खानदानी' नफरत करने वाले हैं. वहीं हिलेरी को लेकर जॉनसन ने कहा था कि वो किसी मेंटल हॉस्पिटल की 'सेडिस्टिक नर्स' की तरह हैं.
विकिलीक्स में भी आया नाम
विकिलीक्स वेबसाइट ने एक बार बोरिस जॉनसन के बारे में दावा किया था कि वो दो बार 'अडल्टरी' के मामले में एक्सपोज हो चुके हैं. अपने विवाहेत्तर संबंधों के बारे में झूठ बोलने पर जॉनसन को 'शैडो कैबिनेट' के सदस्य से हटाया भी जा चुका है. इसके अलावा जॉनसन नस्लवादी कमेंट्स को लेकर चर्चा में रहे हैं. साल 2006 में अपने एक कॉलम में इन्होंने पापुआ न्यू गिनी के लोगों को 'हत्यारा' और 'नरभक्षी' करार दिया था.
बता दें कि फिलहाल बोरिस जॉनसन का कोराना टेस्ट पॉजिटिव आने के बाद उनके पूरे परिवार को आइसोलेशन में रखा गया है. इंग्लैंड के चीफ मेडिकल ऑफिसर (सीएमओ) प्रोफेसर क्रिस व्हिट्टी का कहना है
कि ब्रिटेन कोरोना वायरस के टेस्ट की दर को बढ़ा रहा है. ब्रिटेन सरकार का
दावा है कि पब्लिक हेल्थ इंग्लैंड और नेशनल हेल्थ सर्विस (एनएचएस) एक दिन
में 25 हजार तक टेस्ट कर सकते हैं. डिपार्टमेंट ऑफ हेल्थ एंड सोशल केयर के
मुताबिक पूरे ब्रिटेन के स्थानीय अस्पतालों में फेस मास्क लगातार बांटे जा
रहे हैं.