CBSE 10th Result 2020: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने बुधवार को दसवीं का रिजल्ट जारी कर दिया. केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने ट्वीट के जरिये इसकी जानकारी दी. छात्र सीबीएसई की आधिकारिक वेबसाइट के जरिये अपना रिजल्ट चेक कर सकते हैं. पढ़ें इस सीबीएसई दसवीं के नतीजों से जुड़ी हर अपडेट.
दसवीं का रिजल्ट दोपहर करीब 12 बजे जारी हुआ. इस बार दसवीं में कुल 91.46% छात्र उत्तीर्ण हुए हैं. इस बार फिर दसवीं में लड़कियों ने बाजी मारी है. कुल रिजल्ट में से 93.31% लड़कियां और 90.14% लड़के पास हुए हैं.
0.36 % बढ़ा पास प्रतिशत
साल 2019 की तुलना में इस साल पास प्रतिशत में मामूली उछाल आया है. इस साल पास प्रतिशत 0.36 फीसदी बढ़ा है. साल 2019 में 1761078 छात्रों ने परीक्षा दी थी, उसमें से 91.10 प्रतिशत कुल छात्र पास हुए थे. वहीं इस साल 1873015 छात्रों ने परीक्षा दी थी. उसमें से 91.46 प्रतिशत पास हुए हैं.
अगर रीजन वाइज रिजल्ट की बात करें तो 12वीं की तरह 10वीं के रिजल्ट में भी पास प्रतिशत में त्रिवेंद्रम पहले स्थान पर रहा. वहीं दिल्ली ईस्ट और वेस्ट की तुलना में नोएडा का पास प्रतिशत ज्यादा रहा.
एनसीआर रीजन में आने वाले नोएडा का पास प्रतिशत 87.51 रहा. वहीं दिल्ली
वेस्ट का 84.96 प्रतिशत और दिल्ली ईस्ट का 85.79 पास प्रतिशत रहा.
लड़कों से 3.17 % ज्यादा लड़कियां पाससीबीएसई रिजल्ट में इस बार लड़कों से 3.17 % ज्यादा लड़कियों का पास प्रतिशत रहा. आंकड़ों की बात करें तो 2019 में भी लड़कियों का पास प्रतिशत लड़कों से ज्यादा था, लेकिन तब ये अंतर इतना नहीं था, जितना इस साल आया है.
यहां देखें आंकड़े
बीते साल 2019 में 92.45 फीसदी लड़कियां और 90.14 लड़के पास हुए थे. वहीं इस साल लड़कों का पास प्रतिशत बीते साल जितना ही 90.14 रहा है, वहीं लड़कियां पहले से आगे निकल गईं. लड़कियों का पास प्रतिशत इस साल 93.31 प्रतिशत आया है.
15.79 फीसदी गिरा ट्रांसजेंडर्स का पास प्रतिशतइस साल ट्रांसजेंडर का पास प्रतिशत काफी नीचे आया है. ये पास प्रतिशत बीते साल की 15.79 फीसदी गिरा है. बीते साल जहां 94.74 प्रतिशत ट्रांसजेंडर कैटिगरी के छात्र पास हुए थे. वहीं इस साल ये प्रतिशत गिरकर 78.95 पहुंच गया है. ये काफी चिंताजनक है.
दसवीं के रिजल्ट में केवी ने बाजी मारी
सीबीएसई दसवीं के रिजल्ट में सबसे ज्यादा 99.23 % पास प्रतिशत केंद्रीय विद्यालय का रहा. वहीं दूसरे स्थान पर 98.66 % पास प्रतिशत के साथ जवाहर नवोदय विद्यालयों ने जगह बनाई है. सबसे कम पास प्रतिशत 77.82 % गवर्नमेंट एडेड स्कूलों का रहा.
बता दें कि इस साल कोरोना संक्रमण के कारण देश के ज्यादातर हिस्सों में दसवीं के कुछ पेपर रद्द कर दिए गए थे. लेकिन सांप्रदायिक हिंसा के कारण नॉर्थ ईस्ट दिल्ली के कुछ केंद्रों में महत्वपूर्ण पेपर बच गए थे. जिन्हें सीबीएसई ने 15 जुलाई से आयोजित करने के लिए कहा था, लेकिन सुप्रीम कोर्ट में मामला पहुंचने के बाद यहां भी परीक्षाएं रद्द कर दी गईं.