कल यानी 15 जुलाई को सीबीएसई बोर्ड ने दसवीं के भी नतीजे घोषित कर दिए. इस तरह लगभग सभी बोर्ड 10वीं के रिजल्ट लगातार घोषित कर रहे हैं. रिजल्ट आने के बाद स्टूडेंट्स के लिए सबसे बड़ी दिक्कत होती है कि वो कक्षा 11 में कौन सी स्ट्रीम लें. अगर आप भी हो रहे हैं स्ट्रीम को लेकर कन्फ्यूज, तो इन टिप्स की मदद से चुनें सही स्ट्रीम.
अपने दिमाग में पहले ये सेट कर लें कि आपकी रुचि किस सब्जेक्ट में है और भविष्य में क्या बनना चाहते हैं. उस हिसाब से आर्ट्स, कॉमर्स या साइंस चुनें. आपको जिस विषय में सबसे ज्यादा इंटरेस्ट हो कोशिश हो कि वही सब्जेक्ट आगे चूज करें.
अकसर बच्चे सोचते हैं कि कॉमर्स और साइंस में फ्यूचर का अच्छा स्कोप है लेकिन आर्ट्स में नहीं है. लेकिन ऐसा कतई नहीं है. हर सब्जेक्ट में फ्यूचर है. इसलिए अपने लक्ष्य के लिए आपको किस सब्जेक्ट को पढ़ने से मदद मिलेगी, इसके लिए टीचर्स या काउंसलर से बात करें.
अगर आपको कुछ भी समझ नहीं आ रहा है तो आप करियर काउंसलर की मदद ले सकते हैं. उनसे बात करके डिसाइड करें कि आपके फ्यूचर के लिए कौन-सी स्ट्रीम बेस्ट है. उसे अपने रुचि के विषयों के बारे में भी बताएं. अपनी रुचि के हिसाब से ही आप आगे के करियर को भी डिसाइड करें.
ऐसा अकसर होता है कि हम अपने दोस्तों या परिवार को दिखाने के लिए जोश में आकर साइंस और कॉमर्स स्ट्रीम ले बैठते हैं. लेकिन बाद में फील होता है कि आप इसमें अच्छा नहीं कर पा रहे हैं. इसलिए बाद में पछताने से अच्छा है पहले ही संभल कर स्ट्रीम चुनें.
अगर आपके 10वीं में 90% मार्क्स आए हैं, वहीं इन नम्बर से आपको आसानी से साइंस और कॉमर्स मिल सकती है, लेकिन आपका इंटरेस्ट आर्ट्स में है तो बिना लोगों की परवाह किए आर्ट्स को चुनें. क्योंकि आप जानते है जितना बेहतर आप आर्ट्स में कर पाएंगे उतना आप साइंस और कॉमर्स स्ट्रीम में नहीं कर पाएंगे.
दसवीं के बाद आपके सामने अपने करियर को लेकर सबसे ज्यादा तस्वीर स्पष्ट हो जाती है. कई बार ऐसा भी होता है कि छात्र ये सोचते हैं कि अगर उनके दसवीं में किसी सब्जेक्ट में कम नंबर आए हैं तो वो आगे उन सब्जेक्ट्स की अच्छे से तैयारी कर लेंगे. लेकिन विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि अगर आपके किसी विषय में वाकई कम नंबर है, और आपको वो विषय कठिन लगता है तो आप अपनी रुचि के बारे में दोबारा विचार करें.