scorecardresearch
 
Advertisement
एजुकेशन

क्या लॉकडाउन में काम आएंगे प्रावधान, कितनी सेफ है प्राइवेट नौकरी?

क्या लॉकडाउन में काम आएंगे प्रावधान, कितनी सेफ है प्राइवेट नौकरी?
  • 1/8
कोरोना का कहर न सिर्फ इंसानी जिंदगी के सामने खतरा बनकर उभरा है, बल्कि इससे भारत में लाखों नौकरियों पर भी खतरा मंडरा रहा है. यूएन के अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन की रिपोर्ट के अनुसार कोरोना वायरस महामारी के चलते मौजूदा वित्तीय वर्ष की दूसरी तिमाही में साढ़े 19 करोड़ नौकरियां जा सकती हैं. भारत में कर्मचारी और नियोक्ता के लिए औद्योगिक विभाग अध‍िनियम का प्रावधान है. आइए एक्सपर्ट से जानें- कंपनियां क्या इस प्रावधान का इस्तेमाल करके कर्मचारियों को नौकरी से बाहर कर सकती हैं.
क्या लॉकडाउन में काम आएंगे प्रावधान, कितनी सेफ है प्राइवेट नौकरी?
  • 2/8
कॉर्पोरेट कंसल्टेंट एडवोकेट रोहित श्रीवास्तव ने aajtak.in से बातचीत में कहा कि औद्योगिक विभाग अध‍िनियम के सेक्शन 25(N) में छंटनी से संबंधि‍त प्रावधान दिया गया है. इसके अनुसार किसी आपदा के आने पर या अन्य कारणों से कंपनी अपने कर्मचारी की छंटनी करती है तो उसे पहले नोटिस देकर बताना होगा कि उसे क्यों हटा रहे हैं.
क्या लॉकडाउन में काम आएंगे प्रावधान, कितनी सेफ है प्राइवेट नौकरी?
  • 3/8
एडवोकेट रोहित कहते हैं कि लेकिन ऐसा सिर्फ उन कर्मचारियों पर लागू होता है जो कंपनी पर रोल पर काम कर रहे हैं. इस सेक्शन में अस्थायी कर्मचारियों के लिए नियम परिभाषि‍त नहीं किए गए हैं. अक्सर इन्हीं कर्मचारियों की नौकरी पर संकट आता है.
Advertisement
क्या लॉकडाउन में काम आएंगे प्रावधान, कितनी सेफ है प्राइवेट नौकरी?
  • 4/8
बता दें कि कोरोना वायरस महामारी को देखते हुए केंद्रीय श्रम विभाग ने सभी विभागों और न‍ियोक्ताओं को एडवाइजरी जारी की है. इसमें कहा गया है कि नियोक्ता लॉकडाउन के कारण किसी कर्मचारी को नौकरी से न निकाले.
क्या लॉकडाउन में काम आएंगे प्रावधान, कितनी सेफ है प्राइवेट नौकरी?
  • 5/8
लेकिन जिस तरह की स्थ‍ितियां बन रही हैं. उसे देखते हुए ऐसा माना जा रहा है कि मौजूदा लॉकडाउन के दौरान कुछ महीनों तक व्यावसायिक गतिविधियां पहले की तरह चालू नहीं हो पाएंगी और कुछ कंपनियां व प्रतिष्ठान अपना काम चालू नहीं कर पाएंगे. इससे नौकरियों का संकट भी आना तय माना जा रहा है.
क्या लॉकडाउन में काम आएंगे प्रावधान, कितनी सेफ है प्राइवेट नौकरी?
  • 6/8
कोरोना वायरस महामारी के असर पर अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन (आईएलओ) ने इससे पहले 18 मार्च को भी दुनिया भर में नौकरियां जाने का एक अनुमान जताया था. उस अनुमान के मुकबले मौजूदा अनुमान कहीं बड़ा है. 
क्या लॉकडाउन में काम आएंगे प्रावधान, कितनी सेफ है प्राइवेट नौकरी?
  • 7/8
आईएलओ के महानिदेशक गाई राइडर ने कहा है कि ये आंकड़े भयवाह स्थ‍िति को बयां कर रहे हैं. दुनिया भर के कामगार मौजूदा कोरोना वायरस संकट से बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं. पूर्ण या आंशिक रूप से लॉकडाउन के कारण करीब 2.7 अरब कामगार प्रभावित हुए हैं. यह वैश्विक कार्यबल का करीब 81 फीसदी है.
क्या लॉकडाउन में काम आएंगे प्रावधान, कितनी सेफ है प्राइवेट नौकरी?
  • 8/8
दुनिया भर में जिन क्षेत्रों में संकट सबसे ज्यादा नजर आ रहा है, वो हैं होटल और फूड सेक्टर, मैन्युफैक्चरिंग और रिटेल सेक्टर में काम करने करने वाले करीब 1.25 अरब लोग. वहीं भारत में भी लाखों लोगों की नौकरी पर गंभीर संकट नजर आ रहा है. अब देखना ये है कि कंपनियां किस प्रकार कर्मचारियों के हितों की रक्षा कर सकती हैं.

(सभी फोटो प्रतीकात्मक हैं)
Advertisement
Advertisement