प्रियंका गांधी के बेटे रेहान रॉबर्ट वाड्रा ने पहली बार दिल्ली विधानसभा चुनाव में वोट दिया. वोट देकर वापस लौटे रेहान ने न्यूज एजेंसी ANI से कहा कि लोकतांत्रिक प्रक्रिया का हिस्सा बनकर उन्हें बहुत अच्छा महसूस हो रहा है. सभी को वोट देने के अधिकार का सही इस्तेमाल करना चाहिए. आइए जानें- कौन हैं प्रियंका वाड्रा के बेटे रेहान राजीव वाड्रा, कहां से की है पढ़ाई. राजनीति को लेकर कैसी है उनकी सोच.
रेहान राजीव वाड्रा अपने नाना राजीव गांधी का नाम अपने नाम के साथ लगाते हैं. उनका जन्म 29 अगस्त 2000 को हुआ था. इस बार उन्होंने दिल्ली विधान सभा चुनाव में पहली बार वोट दिया है. वोट देकर लौटे रेहान ने मीडिया से कहा कि उनका मानना है कि सभी को पब्लिक ट्रासपोर्ट की सुविधा मिलनी चाहिए. छात्रों को इसके लिए विशेष छूट दी जानी चाहिए.
प्रियंका गांधी के बेटे रेहान राजीव वाड्रा ने पहली बार दिल्ली विधानसभा चुनाव में वोट दिया. वोट देकर वापस लौटे रेहान ने ANI से कहा कि लोकतांत्रिक प्रक्रिया का हिस्सा बनकर उन्हें बहुत अच्छा महसूस हो रहा है. सभी को वोट देने के अधिकार का सही इस्तेमाल करना चाहिए. आइए जानें- कौन हैं प्रियंका वाड्रा के बेटे रेहान राजीव वाड्रा, कहां से की है पढ़ाई. राजनीति को लेकर कैसी है उनकी सोच.
वहीं प्रियंका गांधी की बेटी मिराया भी पढ़ाई में काफी अच्छी बताई जाती हैं. फिलहाल मिराया 16 साल की है. उन्होंने भी अपनी पढ़ाई देहरादून के एक स्कूल से की है. मिराया देखने में सरल हैं.
उनके बारे में कहा जाता है कि वो देखने में अपनी मां के पूरी तरह विपरीत हैं. मिराया का विशुद्ध भारतीय चेहरा मोहरा है, जबकि उनकी मां उनसे एकदम अलग दिखती हैं.
बता दें कि रेहान ने दून स्कूल से अपनी प्राथमिक शिक्षा ली है. उनकी राजनीतिक इच्छाशक्ति को लेकर बहुत चर्चा की जाती है. कांग्रेसियों का एक खेमा ये भी मानता है कि राहुल के बाद कांग्रेस की राजनीतिक विरासत रेहान को मिल सकती है.
साल 2019 के लोकसभा चुनाव में रेहान राजीव वाड्रा राजनीतिक मैदान में कई पॉलिटिकल इवेंट में अपने मामा का साथ देते नजर आए. वो अपने मामा राहुल गांधी के काफी करीबी भी हैं.
वहीं उनके मामा राहुल गांधी भी अपने भांजे को काफी प्यार करते हैं. साल
2017 में दून स्कूल के एक कार्यक्रम में राहुल गांधी भी शामिल हुए थे.
रेहान के साथ उनके कनेक्शन को लेकर कई चर्चाएं होती हैं.
अपने स्कूल के कार्यक्रम में रेहान लोकसभा के स्पीकर बने थे. यहां उन्होंने जिस तरह से अपना भाषण दिए उससे कहा जा रहा था कि रेहान में पॉलिटिकल लीडर के सारे गुण हैं. मिराया भी अपने भाई रेहान से कहीं पीछे नहीं हैं.
इतना ही नहीं रेहान कई बार अमेठी का दौरा भी कर चुके हैं. रेहान एक बार अमेठी में रुके थे जहां उन्होंने दलित के घर में खाना खाया और रात में आंगन में खाट लगाकर सो गए.
उस दौरान छपी मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया था कि रेहान में एक जमीनी नेता के गुण हैं. उनमें जरा सा भी शहरी रौब या दिखावा नहीं है.
स्कूल में भी रेहान ने बेहद साधारण बच्चे की तरह पढ़ाई की है. हालांकि वहां भी स्कूल प्रशासन उनकी सुरक्षा को लेकर काफी सजग रहता था, उनकी सुरक्षा को लेकर स्कूल में पूरी व्यवस्था कराई गई थी.
रेहान अक्सर अपनी मां के साथ भी नजर आते हैं. वो बीते साल अपने मामा के साथ तिरुमाला के तिरुपति मंदिर गए थे. वहां रेहान ने नौ किमी लंबी चढ़ाई पैदल की थी. इस दौरान वो 20 मिनट गायब हो गए थे, जिसे लेकर हड़कंप मच गया था. रेहान ने मिलने पर बताया था कि स्पीड कम होने के कारण वो पीछे रह गए थे. रेहान बचपन से राजनीतिक माहौल में पले होने के कारण अच्छी राजनीतिक समझ रखते हैं. वो मीडिया को लेकर भी सहज रहते हैं. अगर उनके शौक की बात करें तो रेहान को भी अपने मामा राहुल की तरह शूटिंग में काफी दिलचस्पी है. वो शूटिंग की कई प्रतियोगिताओं में पुरस्कृत भी किए जा चुके हैं.