scorecardresearch
 
Advertisement
एजुकेशन

इश्क के लिए मशहूर था अलाउद्दीन खिलजी, बिना दाढ़ी वाले पुरुष थे कमजोरी

इश्क के लिए मशहूर था अलाउद्दीन खिलजी, बिना दाढ़ी वाले पुरुष थे कमजोरी
  • 1/10
अलाउद्दीन खिलजी दिल्ली सल्तनत के खिलजी वंश का दूसरा शासक था और उसने अपना शासन दक्षिण भारत के मदुरै तक फैला दिया था. कहा जाता है कि उसके बाद कोई भी शासक इतना साम्राज्य स्थापित नहीं कर पाया था. आइए जानते हैं खिलजी के बारे में जो अपनी वीरता के साथ प्यार, इश्क के लिए भी जाना जाता था....

इश्क के लिए मशहूर था अलाउद्दीन खिलजी, बिना दाढ़ी वाले पुरुष थे कमजोरी
  • 2/10
अलाउद्दीन खिलजी, खिलजी वंश के संस्थापक जलालुद्दीन खिलजी का भतीजा और दामाद था. अलाउद्दीन खिलजी ने राज्य को पाने की चाह में साल 1296 में अपने चाचा जलालुद्दीन की हत्या कर दी थी और दिल्ली में स्थित बलबन के लाल महल में अपना राज्याभिषेक सम्पन्न करवाया. (फोटो- फिल्म पद्मावती ट्रेलर)

इश्क के लिए मशहूर था अलाउद्दीन खिलजी, बिना दाढ़ी वाले पुरुष थे कमजोरी
  • 3/10
मदुरै तक अपने साम्राज्य को बढ़ाने वाले खिलजी का नाम राजस्थान के इतिहास में भी दर्ज है. कई इतिहासकारों के अनुसार खिलजी ने अपने प्यार की वजह से राजस्थान के चितौड़ पर भी हमला कर दिया था. (फोटो- फिल्म पद्मावती ट्रेलर)
Advertisement
इश्क के लिए मशहूर था अलाउद्दीन खिलजी, बिना दाढ़ी वाले पुरुष थे कमजोरी
  • 4/10
सिंहल द्वीप के राजा गंधर्व सेन और रानी चंपावती की बेटी पद्मिनी चित्तौड़ के राजा रतनसिंह के साथ ब्याही गई थी. कहा जाता है कि रानी पद्मिनी बहुत ही खूबसूरत थी और उनकी खूबसूरती पर एक दिन दिल्ली के सुल्तान 'अलाउद्दीन खिलजी' की बुरी नजर पड़ गई.
इश्क के लिए मशहूर था अलाउद्दीन खिलजी, बिना दाढ़ी वाले पुरुष थे कमजोरी
  • 5/10
दरअसल चित्तौड़गढ़ के किले में उसने दर्पण में रानी के प्रतिबिंब को देखा था, रानी के खूबसूरत सौन्दर्य को देख कर अल्लाउद्दीन खिलजी रानी की तरफ आकर्षित हो गया. चित्तौड़गढ़ को लूटने वाला अलाउद्दीन खिलजी राजसी सुंदरी रानी पद्मिनी को पाने के लिए कुछ भी करने के लिए तैयार था, इसलिए उसने चित्तौड़ पर हमला कर दिया.
इश्क के लिए मशहूर था अलाउद्दीन खिलजी, बिना दाढ़ी वाले पुरुष थे कमजोरी
  • 6/10
वहीं खिलजी ने महाराणा रतन सिंह के पास संधि का प्रस्ताव भेजकर उसने धोखे से महल में प्रवेश किया और चालाकी से रतनसिंह को बंधक बना लिया. उसके बाद रानी ने राजा को छुड़वा लिया, जिससे गुस्सा होकर खिलजी ने काफी समय तक चित्तौड़गढ़ के किले का घेराव किए रखा और बाद में राजपूतों ने खिलजी से समझौता किया. इससे नाराज पद्मिनी ने 18 अगस्त, 1303 ई. को चित्तौड़ के इतिहास में पहला जौहर हुआ, जिसमें कई क्षत्राणियों ने जौहर किए.
इश्क के लिए मशहूर था अलाउद्दीन खिलजी, बिना दाढ़ी वाले पुरुष थे कमजोरी
  • 7/10
खिलजी को लेकर कई किताबों में दावा है कि उसके हरम में कई पुरुष थे. इतिहासकारों की मानें तो अलाउद्दीन के बारे कहा जाता है कि उसके हरम में करीब 70 हजार आदमी, औरतें और बच्चे शामिल थे. औरतों के सार्वजनिक नाच पर रोक थी जिसके चलते नौजवान लड़कों को औरतों के लिबास पहनाकर नचाया जाता था. (फोटो- फिल्म पद्मावती ट्रेलर)
इश्क के लिए मशहूर था अलाउद्दीन खिलजी, बिना दाढ़ी वाले पुरुष थे कमजोरी
  • 8/10
अलाउद्दीन की हरम में मौजूद मलिक काफूर पर नजर पड़ी थी और उसे गुजरात की जीत के बाद अलाउद्दीन ने 1000 दीनार देकर खरीदा था. तारीख-ए-फिरोजशाही जैसी किताबों में कफूर के साथ अलाउद्दीन के संबंधों का जिक्र किया गया है. दावों की मानें तो अलाउद्दीन कफूर की खूबसूरती का दीवाना था.

इश्क के लिए मशहूर था अलाउद्दीन खिलजी, बिना दाढ़ी वाले पुरुष थे कमजोरी
  • 9/10
इतिहास में अलाउद्दीन खि‍लजी के बारे में इस बात का भी जिक्र है कि नौजवान और बिना दाढ़ी वाले पुरुष उसकी कमजोरी माने जाते थे. (फोटो- फिल्म पद्मावती ट्रेलर)
Advertisement
इश्क के लिए मशहूर था अलाउद्दीन खिलजी, बिना दाढ़ी वाले पुरुष थे कमजोरी
  • 10/10
कफूर के साथ करीबियों के चलते अलाउद्दीन ने काफूर को अपनी सेना में कमांडर बना दिया था. कहा जाता है कि कफूर ने खिलजी के मौत की साजिश भी रची. (फोटो- फिल्म पद्मावती ट्रेलर)
Advertisement
Advertisement