27 सितंबर को बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने हरिद्वार में बाबा रामदेव के गुरुकुल आचार्यकुलम के नए परिसर का उद्घाटन किया. मॉडर्न एजुकेशन के साथ-साथ बच्चों को वेदों और शास्त्रों की शिक्षा के लिए आचार्यकुलम का निर्माण किया गया है. आइए जानतें हैं- यहां कैसे पढ़ाई होगी और क्या है एडमिशन प्रोसेस..
आचार्यकुलम में केवल 5वीं कक्षा में दाखिला दिया जाता है जिसके बाद 12वीं तक शिक्षा दी जाती है.
9 से 11 साल की उम्र के बच्चों को दाखिला दिया जाता है.
कैसे होता है दाखिला: आचार्यकुलम में दाखिले के लिए पहले परीक्षा होती है. उसके बाद ही बच्चे का सेलेक्शन किया जाता है.
यह परीक्षा हर साल दिसंबर महीने में रखी जाती है.
परीक्षा में सामान्य ज्ञान, इंग्लिश, रीजनिंग और करंट अफेयर्स के सवाल पूछे जाते हैं.
बता दें, आचार्यकुलम में दाखिले की रजिस्ट्रेशन फीस 500 रुपये हैं. अन्य जानकारी के लिए आधिकारिक वेबसाइट www.acharyakulam.org पर जा सकते हैं.
जब बाबा रामदेव से पूछा गया तो आचार्यकुलम में क्या खास बात है तो उन्होंने बताया गुरुकुल शिक्षा और आधुनिक शिक्षा के साथ यहां बच्चों को पढ़ाया जाता है. बाबा रामदेव ने बताया पहले वेद बेटियां नहीं पढ़ती थी. लेकिन आचार्यकुलम में बेटियां वेद पढ़ रही हैं, यज्ञ कर रही हैं. साथ ही छात्रों को योग भी पढ़ाया जा रहा है.
उन्होंने बताया यहां वेद और योग के साथ-साथ यहां सीबीएसई का इंग्लिश मीडियम का स्कूल भी है. बता दें, यहां ये छात्र इंग्लिश मीडियम के माध्यम से भी पढ़ते हैं और यहां के छात्र सीबीएसई में टॉपर भी हैं. उन्होंने बताया यहां के बच्चे 70 से 99 प्रतिशत नंबर लेकर आते हैं.
रामदेव ने बताया आचार्यकुलम में छात्रों के लिए स्मार्ट क्लास रूम बनाए गए हैं. बता दें, साल 2013 में नरेंद्र मोदी ने आचार्यकुलम का उद्घाटन किया था.
कैसे मिलेगी शिक्षा: रामदेव ने बताया 5 साल में आचार्यकुलम के छात्रों ने शिक्षा की नई मिसाल कायम की है. यहां सीबीएसई का इंग्लिश मीडियम साइंस, मैथेमेटिक्स, साइंस, केमेस्ट्री सभी विषय पढ़ाए जाते हैं.
वहीं उन्होंने बताया इंग्लिश, संस्कृत और हिंदी. इन तीन भाषाओं का ज्ञान हमारे यहां के छात्रों को काफी अच्छे से है.
(सभी तस्वीरें ट्विटर से ली गई हैं)