scorecardresearch
 
Advertisement
एजुकेशन

कोरोना: जो बनाते थे फार्मूला वन की तेज रफ्तार कारें, अब कर रहे ये काम

कोरोना: जो बनाते थे फार्मूला वन की तेज रफ्तार कारें, अब कर रहे ये काम
  • 1/8
फार्मूला वन रेसिंग के लिए इस्तेमाल होने वाली मजबूत, स्मार्ट और आधुनिक से आधुनिक कारें बनाना कोई आसान काम नहीं है. दुनिया के टॉप इंजीनियर इन कारों को बनाते हैं. लेकिन आजकल फार्मूला वन कार बनाने वाले लोग कोरोना से जंग के लिए जीवन रक्षक उत्पादों के रूप में हथि‍यार बना रहे हैं. जानिए- क्या है कोरोना से फार्मूला वन का कनेक्शन.
कोरोना: जो बनाते थे फार्मूला वन की तेज रफ्तार कारें, अब कर रहे ये काम
  • 2/8
बता दें कि जो कंपनियां 320 किमी प्रतिघंटा से चलने वाली कारें बनाने का काम करती थीं, 10 में से सात फार्मूला वन कंपनियों की इंजीनियरों की टीमें वेंटीलेटर बनाने में जुटी हुई हैं. ये कंपनियां इन दिनों जबरदस्त इनोवेशन करके जीवन रक्षक डिवाइस बना रही हैं.
कोरोना: जो बनाते थे फार्मूला वन की तेज रफ्तार कारें, अब कर रहे ये काम
  • 3/8
मर्सिडीज चिकित्सा जगत के एक्सपर्ट के साथ मिलकर वेंटीलेटर का एक वि‍कल्प बनाने में जुटी है जो मरीजों को सांस देने वाली मशीनों का विकल्प बन सके. फार्मूला वन रेसिंग टीम्स ऐसे जीवन रक्षक डिवाइस बनाने की कोश‍िश कर रही हैं जिनका उत्पादन बड़ी मात्रा में हो सके.
Advertisement
कोरोना: जो बनाते थे फार्मूला वन की तेज रफ्तार कारें, अब कर रहे ये काम
  • 4/8
जो 7 टीमें इस वक्त ब्रिटेन के लिए काम कर रही हैं उनका बेस सिल्वर स्टोन के मोटरस्पोर्ट वैली एरिया में है. ये जगह दूसरे विश्व युद्ध के दौरान एक हवाई पट्टी के तौर पर विकसित की गई थी. बाद में यहीं पर 1950 में दुनिया की पहली World Championship Grand Prix हुई थी.
कोरोना: जो बनाते थे फार्मूला वन की तेज रफ्तार कारें, अब कर रहे ये काम
  • 5/8
फार्मूला वन टीमों को बहुत जल्दी से काम करने और पार्ट्स को जोड़ने या असेंबल करने में महारत हासिल होती है. अब कोरोना संकट से उबरने के लिए ये टीमें अपनी उसी क्षमता का इस्तेमाल कर रही हैं.
कोरोना: जो बनाते थे फार्मूला वन की तेज रफ्तार कारें, अब कर रहे ये काम
  • 6/8
उनके पास रिसर्च एंड डेवलेपमेंट और अलग अलग पुर्जों को तुरंत जोड़ने की सुविधा होती है. रेसिंग कारों के इंजन बनाने वाली मर्सिडीज एएमजी ने यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ लंदन और वहां के हास्प‍िटल के साथ मिलकर अनोखी मशीन बनाई है.
कोरोना: जो बनाते थे फार्मूला वन की तेज रफ्तार कारें, अब कर रहे ये काम
  • 7/8
ये मशीन वेंटीलेटर का विकल्प है. ये मुंह और नाक से सांस लेने में हवा देकर मदद करती है, लेकिन इसमें वेंटीलेटर की तरह सांस लेने के लिए सांस नली में ट्यूब नहीं लगानी पड़ती है.
कोरोना: जो बनाते थे फार्मूला वन की तेज रफ्तार कारें, अब कर रहे ये काम
  • 8/8
इस टीम ने पहली मीटिंग के सौ घंटे के भीतर ही पहला डिवाइस बनाकर दे दिया. अब आगे बड़े पैमाने पर वेंटीलेटर का प्रोडक्शन शुरू हो गया है. बता दें कि मर्सिडीज, मेटलारिन और रेड बुल को ब्रिटिश सरकार से 10 हजार वेंटीलेटर बनाने का ऑर्डर मिला है. ये कंपन‍ियां लगातार इनोवेशन करती रही हैं. इन टीमों ने पहले भी हीथ्रो एअरपोर्ट को स्मूद बनाने, सुपर मार्केट के लिए फ्र‍िज बनाने और नवजात बच्चों को एक जगह से दूसरी जगह ले जाने के लिए डिवाइस बनाने का काम भी इन टीमों ने किया है.
Advertisement
Advertisement