एक लंबे स्टडी गैप के बाद दोबारा पढ़ाई करना काफी मुश्किल था. एक वीडियो इंटरव्यू में पुष्पलता ने बताया कि उस दौरान मैं एक हाउसवाइफ थी, मेरे ऊपर काफी जिम्मेदारियां भी थीं. मैं मानेसर से दिल्ली आकर नहीं पढ़ सकती थी, क्योंकि उस समय संसाधन भी इतने नहीं थे. अब चुनौती थी कि दस से 12 घंटे पढ़ाई के साथ बच्चे की जिद को संभालना भी मुश्किल होता था.
फोटो: सिविल सेवा ट्रेनिंग के दौरान अपने साथियों के साथ
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