15 अगस्त 1947 का वो दिन जब देश एक तरफ आजादी का जश्न मना रहा था तो वहीं दूसरी तरफ दर्दनाक नजारे दिल को दहला रहे थे. अंग्रेज सत्ता ने भारत को आजादी की खुशियां भी बंटवारे
की बहुत बड़ी कीमत चुकाकर सौंपी थीं. 14 अगस्त को भारत और
पाकिस्तान दो हिस्सों में बंट गए थे. 15 अगस्त की सुबह भी ट्रेनों में, घोड़े-खच्चर और पैदल हर
तरफ आदमी भाग रहा था. पाकिस्तान से हिंदुस्तान और हिंदुस्तान से पाकिस्तान
आने वालों के चेहरों से मानो सारे रंग गायब थे. सिर पर पोटली, नंगे पांव,
फटेहाल, आंखों में जिंदगी का सबसे बड़ा हादसा समेटे ये लोग किस हाल में दो
वतनों में अपना वजूद तलाश रहे थे, तस्वीरों में देखें.
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फोटो: अपने ही वतन ने किया बेगाना तो पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की रिफ्यूजी ट्रेन में बैठकर ऐसे हिंदुस्तान लौटे थे लोग. )