नेशनल कैडेट कोर की ओर से दिया जाना वाला सी सर्टिफिकेट इन दिनों सुर्खियों में है और इसकी वजह है कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी. हाल ही में राहुल गांधी से इस सर्टिफिकेट के बारे में कुछ सवाल पूछा गया था, जिसका जवाब वो नहीं दे पाए थे. इस सवाल के बाद लोग सोशल मीडिया पर राहुल गांधी का मजाक बना रहे हैं. ऐसे में आप भी जान लीजिए आखिर क्या है एनसीसी का ये सी सर्टिफिकेट और इसके क्या फायदे हैं...
बता दें कि एनसीसी तीन तरह के सर्टिफिकेट देता है, जिसमें ए, बी और सी ग्रेड शामिल है और इसमें सर्वोच्च ग्रेड सी होती है. इस ग्रेड में भी ए,बी,सी आदि पॉइंट दिए जाते हैं, यानि सर्वोच्च सर्टिफिकेट सी एल्फा ए होता है.
बता दें कि ए से लेकर सी तक परीक्षा और ट्रेनिंग मुश्किल हो जाती है और भारतीय सेना (कर्नल रैंक) के वरिष्ठ अधिकारी इन परीक्षाओं और ग्रेड पर नजर रखते हैं. सी सर्टिफिकेट उन छात्रों को दिया जाता है, जिन्होंने काफी मुश्किल पीटी एग्जाम को बी ग्रेड से भी अच्छे ढंग से पास किया हो. साथ ही इन सर्टिफिकेट से आपको कई फायदे भी होते हैं.
ए सर्टिफिकेट से उम्मीदवार सीएसएम (कंपनी सार्जेंट मेजर) तक का पद हासिल कर सकते हैं, जबकि बी सर्टिफिकेट से जेयूओ और सी सर्टिफिकेट से सीएसयूओ (कंपनी सीनियर अंडर ऑफिसर) का पद पा सकते हैं. एनसीसी से 'सी' सर्टिफिकेट प्राप्त छात्रों को सेना, अर्धसैनिक बलों के अलावा विभिन्न सरकारी नौकरियां पाने में आसानी रहती है.
बता दें कि सी सर्टिफिकेट हासिल करने के बाद उम्मीदवारों को सोल्डर जीडी कैटेगरी और सोल्टर टेक में 10 फीसदी अंक का फायदा होता है. वहीं नेवी और एयरफोर्स की नियुक्ति में भी इसका फायदा होता है. एयरफोर्स में 5 अंक, बीएसएफ में 10 अंक का फायदा मिलता है.
उच्च शिक्षा के लिए विभिन्न विश्वविद्यालयों-कॉलेजों में एडमिशन में भी एनसीसी से मिले सर्टिफिकेट का बहुत महत्व है.
एनसीसी के बारे में आपको लगता है कि यह सुरक्षा आदि के लिए काम करती है, लेकिन एनसीसी एचआरडी मंत्रालय के अधीन आता है.
बता दें कि ए सर्टिफिकेट 15 साल से कम उम्र के छात्रों के लिए है जबकि बी सर्टिफिकेट हासिल करने की अधिकतम उम्र 17 साल है. बी सर्टिफिकेट में कम से कम सी ग्रेड हासिल करने के दो साल बाद छात्र सी सर्टिफिकेट हासिल करने के योग्य हो जाता है.
गौरतलब है कि राष्ट्रीय कैडेट कोर यानी एनसीसी दरअसल भारतीय सैन्य कैडेट कोर है जो कि स्वैच्छिक आधार पर स्कूल और कॉलेज के छात्रों के लिए खुला है. भारत में एनसीसी कैडेट की संख्या करीब 15 लाख है.
एनसीसी में समाजसेवा, अनुशासन, चरित्र निर्माण, परिश्रम की सीख दी जाती है. सीनियर छात्रों की ट्रेनिंग सुरक्षा बलों के जवानों की तर्ज पर होती है.