अली ने बताया- मैंने छुट्टियों के दौरान भी ट्रेनिंग की. क्योंकि मैं ट्रेनिंग में कमजोर था. उस दौरान घर की याद आती थी, लेकिन मेरे लिए देश पहले था. ट्रेनिंग पूरी होने के बाद वह असम राइफल के परेड कमांडर बने थे.
26 जनवरी को मैंने परेड की और राष्ट्रपति का सलामी दी. उस समय मैंने दुनिया को दिखा दिया कि ये वहीं लड़का जिसे कभी फेल- फेल बोलकर मजाक बनाया करते थे और वह फौज में शामिल हो गया है.
(सभी तस्वीरें फेसबुक ले ली गई है)