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एजुकेशन

इस देश ने महिलाओं से कहा था, लॉकडाउन में मेकअप में रहे, ये थी वजह

इस देश ने महिलाओं से कहा था, लॉकडाउन में  मेकअप में रहे, ये थी वजह
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कोरोना वायरस के प्रकोप को कम करने का एकमात्र उपाय सोशल डिस्टेंसिंग है. ऐसे में भारत समेत कई देशों ने लॉकडाउन घोषित किया है. पूरे विश्व में 68,000 से  ज्यादा लोगों की जान इस वायरस से संक्रमित होने कारण चली गई है. इसके बावजूद भी लोग सावधानी नहीं बरत रहे हैं और लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं. ऐसे लोगों से निपटने के लिए कई देशों ने सख्त नियम बनाए हैं साथ कुछ अजीबोगरीब नियम भी बनाए गए हैं. आइए विस्तार से जानते हैं ये देश लॉकडाउन को कैसे मैनेज कर रहे हैं.


 (फोटोः रॉयटर्स)
इस देश ने महिलाओं से कहा था, लॉकडाउन में  मेकअप में रहे, ये थी वजह
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सबसे पहले बात करते हैं फिलीपींस की. यहां के राष्ट्रपति रोड्रिगो दुतेर्ते ने अपनी सरकार, पुलिस और प्रशासन से कहा है कि जो भी कोरोना वायरस के लिए लगाए गए लॉकडाउन का पालन न करे और लोगों की सुरक्षा में दिक्कत पैदा करें उसे गोली मारी जा सकती है.

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अल जजीरा की रिपोर्ट  के अनुसार फिलीपींस में  रविवार को पुलिस ने एक व्यक्ति को गोली मार दी जो लॉकडाउन के नियम का पालन नहीं कर रहा था.

आपको बता दें, लॉकडाउन के नियम को पालन न करने के लिए नागरिक को पुलिस के द्वारा गोली मारने की किसी भी देश की पहली घटना है. इससे साफ जाहिर  होता है कि फिलिपींस अपने इस मामले मं कितना सख्त रवैया अपनाए हुए है.


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पनामा

पनामा, मध्य अमेरिका का वो देश जिसमें  लगभग 1,000 कोरोना वायरस संक्रमित लोगों की पुष्टि हुई है. बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार यहां के लोगों को सेल्फ क्वारनटीन की सलाह दी गई है. साथ ही 1 अप्रैल से  पुरुष और महिलाएं अलग-अलग दिनों में केवल दो घंटे के लिए अपने घरों से बाहर निकल सकते हैं. इसके लिए एक समय भी तय किया गया है.

वहीं किसी को भी इतवार के दिन घर  से निकलने की परमिशन नहीं दी गई है. यदि कोई नियम  तोड़ता है तो  उनके खिलाफ एक्शन लिया जाएगा.



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कोलंबिया

कोलंबिया में लोगों की नेशनल आईडी के लास्ट नंबर के आधार पर लोगों को घर से बाहर निकलने की परमिशन दी जा रही है. उदाहरण के लिए, 0, 7 या 4 में समाप्त होने वाली आईडी नंबर वाले  लोगों को सोमवार को घर बाहर जाने की परमिशन है,  जबकि 1, 8 या 5 नंबर वाले आईडी नंबर वाले लोग मंगलवार को बाहर जा सकते हैं.

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सर्बिया

लोगों की भीड़ सड़कों पर न दिखे इसके लिए  सर्बिया ने  रात 8 बजे से 9 बजे तक "dog-walking hour" की शुरुआत की थी. जिसका मतलब है रात आठ बजे से नौ बजे तक का समय कुत्तों को टहलाने का है. हालांकि बाद में इसका विरोध हुआ, जिसके बाद ये फैसला वापस ले लिया  गया.  क्योंकि कुत्तों के लिए ईवनिंग वॉक को ज्यादा जरूरी माना गया है.


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एक पशु चिकित्सक ने कहा यदि जानवरों की ईवनिंग वॉक को स्किप कर दिया जाए तो उनमें कई प्रकार की बीमारी पैदा हो सकती हैं, जिसमें यूरिन संबंधित बीमारी होने की ज्यादा  आशंका है. जो इंसानों के लिए भी नुकसानदायक है.


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मलेशिया

मलेशिया में लॉकडाउन चल रहा है. वहीं  एक पोस्ट के लिए यहां की सरकार को माफी मांगनी पड़ी. दरअसल  यहां महिला मंत्रालय द्वारा के कार्टून ऑनलाइन जारी किया, जिसमें महिलाओं से कहा गया था कि वे  लॉकडाउन में घरेलू झगड़े से बचने के लिए मेकअप करें, साथ ही पति के साथ नोंक झोंक करने के परहेज करें. हालांकि इसके बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने  अपना गुस्सा जाहिर किया. जिसके बाद  सरकार को माफी मांगनी पड़ गई थी.


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ऑस्ट्रिया

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की गाइडलाइन के अनुसार  कहा गया था कि  स्वस्थ लोगों को मास्क पहने की जरूरत नहीं. मास्क केवल  बीमार लोगों  के लिए हैं,  ऐसे में ऑस्ट्रिया सरकार ने सुपर मार्केट में मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया है.




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कोरोना वायरस के दौरान अब मास्क पहनते लोगों को देखना आम बात है,  लेकिन ऑस्ट्रिया चौथा देश है जिसने सार्वजनिक स्थलों पर मास्क पहनने को अनिवार्य कर दिया है. इससे पहले Czech Republic, स्लोवाकिया और हर्ज़ेगोविना अपने यहां इसे अनिवार्य कर चुके हैं.
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