पाकिस्तान में कितने मंदिर हैं इसके बारे में कुछ कहा नहीं जा सकता है. वहीं आज हम आपको ऐसे शख्स के बारे में बताने जा रहे हैं जो पाकिस्तान में गुम हो चुके प्राचीन मंदिरों की खोज में जुटे हैं. आइए जानते हैं कि कौन है वो शख्स जिसने इस काम की जिम्मेदारी उठाई है.
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इस शख्स का नाम नसरुल्ला अब्बासी है, जो सैकड़ों साल पुराने मंदिरों की खोज में लगे हुए हैं. इन मंदिरों को खोजने के लिए वह स्थानीय लोगों की मदद ले रहे हैं. बता दें, वह पंजाब के शहर बलवान से हैं.
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नसरुल्ला अब्बासी और उनका कैमरा कई सालों से पाकिस्तान में प्राचीन मंदिरों को खोज में लगे हुए हैं. उन्होंने एक इंटरव्यू में बताया, "मैं बचपन से ही ऐतिहासिक जगहों पर जाना पसंद करता था. मुझे ऐसी जगहें आर्कषित करती हैं."
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मुझे शुरू से ही इतिहास में काफी दिलचस्पी थी, इसलिए इतिहास में ही मास्टर डिग्री ली.
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नसरुल्ला कई सालों से पुराने वैदिक खंडहरों की खोज कर रहे हैं. उन्होंने कहा, "इन जगहों के रास्तों की खोज करना एक मुश्किल काम है."
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नसरुल्ला के मुताबिक ये रास्ते काफी कठिन होते हैं और इन पर घंटों-घंटों ट्रैकिंग करनी पड़ती है. भूख-प्यास भी बर्दाश्त करनी पड़ती है.
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नसरुल्ला ने आगे कहा कि कई बार मंदिरों की तलाश में स्थानीय लोगों की मदद भी लेनी पड़ती है. क्योंकि दूर-दराज के इलाकों के रास्तों के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं होती है. ऐसे में सारी जानकारी प्राप्त करने बाद ही हम आगे बढ़ते हैं.
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नसरुल्ला अब्बासी ने कहा, "इन प्राचीन मंदिरों को सबसे ज्यादा खतरा खजाना खोजने वाले लोगों से होता है. वह यहां खजाने की तलाश में आते हैं और खंडहरों की तोड़-फोड़ करते हैं. केवल धार्मिक पर्यटन से इन मंदिरों का बचाया जा सकता है."