साल 2017 में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने भारत को "दुनिया का सबसे निराशाजनक देश (Depressing Country)" करार दिया था और कहा गया था कि भारत में सात में से एक व्यक्ति किसी न किसी तरह की मानसिक बीमारी से पीड़ित है.
वहीं अगर आज की स्थिति देखें तो ज्यादातर लोग डिप्रेशन के शिकार हो रहे हैं. दिन प्रतिदिन डिप्रेशन गंभीर विषय बनता जा रहा है.
ऐसे में साइकायट्रिस्ट की मांग सबसे ज्यादा हो रही है, लेकिन परेशानी वाली बात ये हैं कि युवा इस क्षेत्र को करियर के रूप में कम देखते हैं, इसिलए अब भारत में हायर एजुकेशन में साइकोलॉजी (मनोविज्ञान) कोर्सेज को शामिल करने पर विचार -विमर्श किया जा रहा है.