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एजुकेशन

US के फेडरल कोर्ट में जज बनेंगी भारतीय मूल की सरिता

US के फेडरल कोर्ट में जज बनेंगी भारतीय मूल की सरिता, इसलिए मिला ये पद
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भारतीय मूल की सरिता कोमातीरेड्डी ने अमेरिका में भारत का मान बढ़ाया है. उन्हें राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने न्यूयॉर्क की संघीय अदालत में बतौर न्यायाधीश नियुक्त करने के लिए सोमवार को नामित किया है. अब वो न्यूयॉर्क के पूर्वी जिले की अमेरिकी जिला अदालत में न्यायाधीश बनेंगी. आइए जानें कौन हैं सर‍िता और क्यों मिला ये महत्वपूर्ण पद.
US के फेडरल कोर्ट में जज बनेंगी भारतीय मूल की सरिता, इसलिए मिला ये पद
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अमेरिका में वकील सरिता कोमातीरेड्डी एक prosecutor (अभियोजक) हैं. वो कोलंबिया लॉ स्कूल में कानून पढ़ाती हैं.  व्हाइट हाउस की ओर से उनका नाम अमेरिकी सीनेट को भेजा गया है. बता दें कि सरिता का परिवार भारतीय मूल का है, लेकिन सरिता का जन्म और परवरिश अमेरिका में ही हुई है.
US के फेडरल कोर्ट में जज बनेंगी भारतीय मूल की सरिता, इसलिए मिला ये पद
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सरिता ने अमेरिका के हार्वर्ड लॉ स्कूल से स्नातक की डिग्री ली है. वो कोलंबिया सर्किट जिले की अपीली अदालत के तत्कालीन न्यायाधीश ब्रेट कैवनॉ के कानून लिपिक के तौर पर सेवा दे चुकी हैं.
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सरिता वर्तमान में संयुक्त राज्य अमेरिका के अटॉर्नी कार्यालय, न्यूयॉर्क में पूर्वी जिला अदालत में सामान्य अपराध की उप प्रमुख हैं. वकालत के पेशे में उनके काम को खूब सराहना मिल चुकी है.
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इससे पहले सरिता उसी जिले के पूर्व न्यायाधीश ब्रेट कवनुघ के अधीन काम कर चुकी है. जून, 2018 - जनवरी, 2019 तक सरिता अंतरराष्‍ट्रीय नारकोटिक्स और मनी लॉन्ड्रिंग की भी उप प्रमुख थीं.
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इससे पहले साल 2016-2019 में सरिता कंप्यूटर हैकिंग और बौद्धिक संपदा के समन्वयक के रूप में काम कर चुकी हैं. उन्होंने बीपी डीपवाटर होरिजन ऑयल स्पिल और ऑफशोर ड्रिलिंग पर राष्ट्रीय आयोग के वकील के रूप में भी अनुभव हासि‍ल किया है.
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अमेरिका में उनकी न‍ियुक्त‍ि को लेकर ऐसी चर्चा है कि ये राष्ट्रपति चुनाव को देखते हुए उठाया गया कदम है. भारतीय मूल के लोगों तक पहुंच बनाने के लिए सरकार ने इस तरह का कदम उठाया है. लेकिन इस सबके बीच  सरिता की उपलब्ध‍ियों का भी बहुत बड़ा योगदान है.
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