आंकड़े बताते हैं कि मुंबई में बढ़ते गैंग वार और अंडरवर्ल्ड के अपराधों को देखते हुए 1980 के दशक में मुंबई पुलिस डिटेक्शन यूनिट बनाई गई. जिसे प्रचलित शब्दों में एनकाउंटर स्कवैड कहा जाता था. ये यूनिट डी कंपनी, अरुन गवाली और अमर नाइक गैंग पर शिकंजा कसने के लिए बनाई गई थी.
(फोटो- मान्या सुर्वे, फेसबुक)