JEE Main Result 2021: मंगलवार देर रात जेईई मेन एग्जाम का रिजल्ट जारी कर दिया गया. जेईई मेन में सिद्धांत मुखर्जी, अंशुल वर्मा और मृदुल अग्रवाल को ऑल इंडिया रैंक-1 हासिल हुई है. आइए- ऑल इंडिया रैंक वन टॉपर्स से जानते हैं उनकी स्ट्रेटजी और सक्सेस स्टोरी, कैसे की तैयारी, क्या हैं उनके आगे के प्लान और सपने. कैसे पीयर ग्रुप के साथ स्टडी ने बनाया टॉपर्स...
सिद्धान्त मुखर्जी ने जेईई-मेन में आल इंडिया रैंक 1 हासिल की है. इससे पहले जेईई-मेन फरवरी में 100 पर्सेन्टाइल के साथ-साथ 300 में से 300 अंक प्राप्त किए हैं. सिद्धान्त दो साल से एलन करियर इंस्टीट्यूट में तैयारी कर रहे हैं. सिद्धांत ने बताया कि मैं आईआईटीयन बनने का सपना लेकर वर्ष 2019 में 11वीं कक्षा में कोटा आया था. पूरे देश के स्टूडेंट्स यहां आते हैं इसलिए पढ़ाई के लिए बेस्ट पीयर ग्रुप मिलता है. मैंने जेईई मेन की तैयारी के लिए एनसीईआरटी पर गहराई से फोकस किया. सबसे ज्यादा एक्यूरेसी पर ध्यान दिया.
सिद्धांत ने कहा कि अच्छे कॉम्पिटिशन और बेस्ट टीचिंग मैथड ने मुझे ये सफलता दिलाई. उन्होंने बताया कि लॉकडाउन में पांच महीने घर चला गया था लेकिन ऑनलाइन क्लासेज लीं जिससे परीक्षा की तैयारी के लिए निरंतरता बनी रही. सिद्धांत ने कक्षा 10वीं में 98.4 प्रतिशत अंक प्राप्त किए. फिर एनएसइजेएस स्टेज-1 की परीक्षा में ऑल इंडिया रैंक-1 प्राप्त की. वो कोटा में नानी के साथ रहते थे. जेईई एडवांस्ड के साथ 12वीं बोर्ड की तैयारी भी की.
सिद्धांत आईआईटी मुम्बई से कम्प्यूटर साइंस से बीटेक करने के बाद सीएस फील्ड में इनोवेटिव इंडिया में अपना योगदान देना चाहते हैं. उन्होंने बताया कि हाल ही में कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी से भी पढ़ाई के लिए मुझे ऑफर लेटर प्राप्त हुआ है. पिता संदीप मुखर्जी रिस्क मैनेजमेंट कंपनी संचालित करते हैं और मां नबनीता मुखर्जी बैंक कर्मचारी हैं. पढ़ाई के साथ-साथ कराटे का भी शौक है, ब्लैक बेल्ट हूं, क्वींस कॉमनवैल्थ निबंध प्रतियोगिता में गोल्ड मैडल प्राप्त कर चुका हूं. परिवार मूलरूप से मुम्बई निवासी है.
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर निवासी अंशुल वर्मा ने जेईई-मेन आल इंडिया रैंक 1 प्राप्त की है. उन्होंने जेईई मेन तीसरे सेशन में 300 में से 300 अंक हासिल कर 100 पर्सेन्टाइल स्कोर किए हैं. अंशुल भी एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट के क्लासरूम स्टूडेंट है. अंशुल ने बताया कि मैंने जेईई मेन फरवरी में 99.95 और मार्च अटैम्प्ट में 99.93 पर्सेन्टाइल स्कोर किए थे. मैं दोनों रिजल्ट से संतुष्ट नहीं था इसलिए मैंने जुलाई में थर्ड अटैम्प्ट दिया, जिसकी तैयारी में मुझे एक्सपर्ट फैकल्टीज व स्टडी मैटेरियल का काफी सपोर्ट मिला. एनसीईआरटी सिलेबस और जेईई मेन के विशेष टॉपिक्स पर ज्यादा फोकस किया.
अंशुल ने 10वीं 98.4 प्रतिशत अंकों से उत्तीर्ण की और केवीपीवाय एसएक्स में ऑल इंडिया 26वीं रैंक हासिल की थी. उन्होंने बताया कि वो रोजाना 10 घंटे पढ़ाई करते थे और रीक्रिएशन के लिए क्रिकेट खेलना या पापा के साथ चैस खेलना पसंद करते थे. उनके पिता डॉ. कृष्णकुमार वर्मा पशु चिकित्सक हैं और मां दमयंती वर्मा राजकीय स्कूल में शिक्षक हैं. मेरी बड़ी बहन रूपल वर्मा एनआईटी रायपुर से बीटेक कर रही है. अभी फिलहाल वो जेईई एडवांस्ड पर फोकस कर रहे हैं. अंशुल ने कहा कि मैं भविष्य में आईआईटी मुम्बई की सीएस ब्रांच से बीटेक करना चाहता हूं.
जेईई मेन में आल इंडिया रैंक 1 प्राप्त करने वाले मृदुल अग्रवाल ने फरवरी जेईई-मेन के बाद मार्च में भी 100 पर्सेन्टाइल प्राप्त किया है. मार्च जेईई-मेन में मृदुल ने 300 में से 300 अंक प्राप्त किए. समय का सदुपयोग करने की कोशिश करने वाले मृदुल अग्रवाल ने कहा कि मैं पिछले तीन साल से एलन में पढ़ रहा हूं. 100 पर्सेन्टाइल को लेकर कोशिश की थी, जो सफल रही. मैं रोजाना का टारगेट लेकर पढ़ाई करता हूं और उस दिन वो टॉपिक खत्म करके ही सोता हूं, सुबह की भी तैयारी रहती है कि अगले दिन क्या पढ़ाई करनी है.
मृदुल अग्रवाल ने बताया कि रोजाना 6 से 8 घंटे सेल्फ स्टडी हो जाती है. लॉकडाउन के चलते पिछले दिनों मुझे लाभ हुआ. घर बैठकर ही पढ़ाई की, ऑनलाइन से बहुत लाभ हुआ. वो आईआईटी मुम्बई से कम्प्यूटर साइंस की पढ़ाई करना चाहते हैं. पापा प्रदीप अग्रवाल एक प्राइवेट फर्म में अकाउंट्स मैनेजर हैं, वहीं मां पूजा अग्रवाल गृहिणी हैं. मुझे पूरे साल मां और टीचर्स ने पढ़ाई के लिए खूब मोटिवेट किया. मूवीज देखना अच्छा लगता है. कक्षा 10 में सीबीएसई बोर्ड में 98.2 प्रतिशत अंक प्राप्त किए. खुद का स्टार्टअप शुरू करना चाहता हूं. परिवार मूलतः जयपुर निवासी है.