UPSC Success Stories: यूपीएससी सिविल सर्विसेज एग्जाम 2022 का रिजल्ट जारी होने के बाद, परीक्षा पास करने वाले उम्मीदवारों की मेहनत और उसके पीछे संघर्ष की कहानियां सामने आ रही हैं. किसी ने पिता की हत्या के बाद IAS अफसर बनने की ठानी, किसी ने हाथ-पैर खो देने के बाद हार न मनाने का जज्बा दिखाते हुए यूपीएससी एग्जाम पास किया तो गरीब किसान के बेटे बूलंदियां छूने की चाह में यूपीएससी एग्जाम क्रैक किया है. वैसे तो इस मुकाम तक पहुंचने के पीछे हर एक उम्मीदवार ने काफी संघर्ष और मेहनत किया है लेकिन आज हम यहां कुछ चुनिंदा उम्मीदवारों की सक्सेस स्टोरी बता रहे हैं.
ट्रेन हादसे में खोए पैर-एक हाथ, 3 उंगलियों से पास की UPSC परीक्षा
उत्तर प्रदेश के मैनपुरी के रहने वाले दिव्यांग सूरज तिवारी ने यूपीएससी सिविल सर्विसेज एग्जाम क्लियर कर नजीर पेश की है. एक टेलर मास्टर के बेटे सूजर ने हादसे के बाद हिम्मत नहीं हारी और पढ़ाई जारी रखी, यूपीएससी की तैयारी और अब 917वीं रैंक के साथ यूपीएससी एग्जाम पास किया है. यूपी के पूर्व सीएम और समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव ने भी सूरत को बधाई दी है. यहां पढ़ें संघर्ष की कहानी-
किसान के बेट ने यूपीएससी एग्जाम क्रैक कर लहराया परचम
अगर दृढ़ निश्चय और मेहनत हो तो आपको सफलता पान से कोई नहीं रोक सकता. मध्य प्रदेश के छोटे से किसान के बेटे ने यूपीएस एग्जाम क्रैक कर यह साबित कर दिया है. गोलूखेड़ी गांव के किसान राकेश वर्मा के बेटे अक्षय ने 817वी रैंक के साथ अपने गांव और जिले का नाम देशभर में रोशन कर दिया है. सरकारी स्कूल-कॉलेज से पढ़ाई की और ऑनलाइन सेल्फ स्टडी के बाद अक्षय ने यह मुकाम हासिल किया है. यहां पढ़ें कैसे की तैयारी-
पिता के जाने गम, कोरोना की 'मार'... अब सेकेंड टॉपर बनीं गरिमा
बिहार के बक्सर में रहने वाली गरिमा लोहिया ने दूसरी रैंक के साथ यूपीएससी एग्जाम में टॉप किया है. 8 साल पहले उनके पिता नारायण प्रसाद लोहिया का निधन हो गया था. गरिमा ने कोरोना लॉकडाउन के दौरान UPSC की तैयारी का फैसला किया और पूरी लगन से प्रिपरेशन में लग गईं. अपने पहले प्रयास में उन्हें कामयाबी नहीं मिली मगर दूसरे अटेम्प्ट में उन्होंने पूरे देश में दूसरा स्थान हासिल किया है. गरिमा की सक्सेस स्टोरी यहां पढ़ें-
हेड कॉन्स्टेबल की नौकरी के साथ की तैयारी, क्रैक किया यूपीएससी एग्जाम
दिल्ली पुलिस में हेड कॉन्स्टेबल राम भजन ने यूपीएससी सिविल सर्विसेज एग्जाम 2022 में 667वीं रैंक हासिल की है. हेड कॉन्स्टेबल राम भजन की सफलता की कहानी उन अनगिनत व्यक्तियों के लिए प्रेरणा है जो देश की सेवा करने और समाज पर सकारात्मक प्रभाव डालने की इच्छा रखते हैं. यहां पढ़ें पूरी कहानी
इंजीनियर की नौकरी छोड़ शुरू की तैयारी, अब बनेंगे IAS
भारत नेपाल सीमा से सटे एक छोटे से गांव बघवा के रहने वाले अविनाश कुमार पश्चिम बंगाल के बिजली परियोजना में नौकरी कर रहे थे. उन्होंने नौकरी छोड़कर यूपीएससी एग्जाम की तैयारी शुरू की. दो अटेंप्ट में असफल होने के बाद उन्होंने तीसरे अटेंप्ट में यूपीएससी एग्जाम पास किया है. अविनाश के पिता एक किसान हैं. यहां पढ़ें अविनाश की सक्सेस स्टोरी-
पिता की हत्या के बाद ठाना IAS बनूंगा, मिली 454वीं रैंक
उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले के रहने वाले बजरंग यादव ने अपने पिता की हत्या के बाद ठाना कि वह IAS अफसर बनेंगे. उन्होंने इस लक्ष्य को हासिल करने में दिन-रात मेहनत की और यूपीएसी एग्जाम 2022 में 454वीं रैंक हासिल की. बजरंग का कहना है कि उनके पिता एक किसान थे और लोगों की काफी मदद भी करते थे. कुछ लोगों ने इस वजह से तीन साल पहले साजिश करके उनके पिता की हत्या कर दी थी. आजतक से बातचीत में बजरंग कहा कि गरीब और असहायों की सेवा करना है ही मेरा लक्ष्य है. पढ़ें पूरी कहानी-
बता दें कि संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने मंगलवार को सिविल सर्विस एग्जाम (UPSC CSE) 2022 का फाइनल रिजल्ट जारी किया. इशिता किशोर ने टॉप किया है. दूसरे स्थान पर गरिमा लोहिया और तीसेर स्थान पर उमा हरति एन रहे. चौथा स्थान मयूर हजारिका और पांचवां गहना नव्या जेम्स ने हासिल किया. फाइनल रिजल्ट में कुल 933 कैंडिडेट्स नियुक्ति के लिए चयनित किए गए हैं. इनमें से 345 कैंडिडेट्स अनारक्षित, 99 EWS, 263 OBC, 154 SC तथा 72 ST कैटेगरी से हैं. 178 कैंडिडेट्स की रिज़र्व लिस्ट भी तैयार की गई है. IAS पदों पर चयन के लिए 180 कैंडिडेट्स शॉर्टलिस्ट हुए हैं.