Bigg Boss सीजन 12 से फेमस हुए दीपक ठाकुर की बहन ज्योति, 68वीं बीपीएससी क्वालिफाई कर BPRO (प्रखंड पंचायत पदाधिकारी) बन गई है. बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) ने हाल ही में 68वीं मुख्य परीक्षा का फाइनल रिजल्ट जारी किया है. इस भर्ती के लिए मेन्स परीक्षा में 867 उम्मीदवार सफल हुए थे, लेकिन इंटरव्यू राउंड के बाद 817 उम्मीदवार ही क्वालीफाई हुए थे, इनमें से 5 का रिजल्ट रद्द कर दिया गया था. परिणामों के अनुसार, राजस्व अधिकारी की पोस्ट पर प्रियांशी मेहता ने परीक्षा में टॉप किया है. वहीं बिग बॉस टीवी शो से फेमस हुए दीपक ठाकुर की बहन ज्योति ने 143वीं रैंक हासिल की है.
जानकारी मिलते ही सेट पर रोने लगे दीपक ठाकुर
दीपक और ज्योति के पिता पंकज ठाकुर किसान हैं और इन लोगों का घर बाढ़ प्रभावित आथर गांव है. बिहार के एक छोटे से गांव आथर से आए दीपक ठाकुर के बाद उनकी बहन ने बड़ी सफलता हासिल की है. जैसे ही ज्योति का रिजल्ट सामने आया तो पूरा परिवार खुशी से रोने लगा. जब बहन ज्योति की इस सफलता की जानकारी मिली तो दीपक ठाकुर मुंबई में थे. जब उन्हें यह सूचना मिली तो वे सेट पर ही खुशी से रोने लगे.
'रुक जाना नहीं, तू कभी हार कर...'
बीपीएससी परीक्षा पास करने के बाद ज्योति ने आजतक से खास बातचीत में बताया कि खुशी को बयां नहीं कर सकते. माता-पिता धन तो जमा नहीं कर पाए लेकिन उनका ये एक धन था कि तीनों बच्चों को पढ़ाने में हमेशा आगे रहे. मां जॉब करती हैं और पिता किसान हैं. हम यहां किराए के मकान में रहकर पढ़ाई करते हैं. कुछ टाइम के लिए पटना जाकर तैयारी की लेकिन इसके बाद यहीं रहकर तैयारी की. ज्योति ने 'रुक जाना नहीं, तू कभी हार कर...' सभी युवाओं को मोटिवेट किया. जब उनसे पूछा गया कि कितने घंटे पढ़ाई करती थीं तो उन्होंने बताया कि ऐसा कुछ तय नहीं किया था कि इतने घंटे पढ़ना है, लेकिन जो टॉपिक जरूरी लगता था उसे पूरा समय दिया.
बता दें कि दीपक ठाकुर बिग बॉस सीजन 12 में अपनी मेहनत और जज्बे के साथ टॉप-5 तक पहुंच थे लेकिन बिग बॉस के विनर नहीं बन पाए थे. इसके बाद भी उन्होंने अपनी सादगी और मनोरंजन करके दर्शकों के दिलों में जगह बनाई. अपनी 15 हफ्तों की जर्नी में उन्होंने सभी टास्क बेहतरीन तरीके से किए. खुद सलमान खान ने भी कई बार दीपक की तारीफ की थी. सलमान ने कहा था कि बिहारी बाबू ने अपनी सूझ-बूझ से कई टास्क जीते हैं. उनकी गेमिंग spirit कमाल की है. दिग्गज सेलेब्रिटीज के बीच अपने व्यक्तित्व की वजह से ही वो अलग पहचान बना पाए हैं.