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CBSE 12th Result 2022: किसी टॉपर से कम नहीं है फहीम, विदेशों में व्हीलचेयर बास्केटबॉल में गाड़े झंडे

CBSE 12th Result 2022: परिवार के साथ-साथ अमर ज्योति चैरिटेबल ट्रस्ट और स्कूल ने फहीम का साथ दिया जिसकी बदौलत वे विदेश जाकर 5 इंटरनेशनल व्हील चेयर बास्केटबॉल मैच खेल चुके हैं.

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सीबीएसई 12वीं क्लास के छात्र फहीम (बाईं ओर) और उनकी टीम की एक तस्वीर
सीबीएसई 12वीं क्लास के छात्र फहीम (बाईं ओर) और उनकी टीम की एक तस्वीर
स्टोरी हाइलाइट्स
  • रोजाना 6-7 घंटे की पढ़ाई, यूट्यूब से मिली मदद
  • व्हीलचेयर बास्केटबॉल में खेले 5 इंटरनेशनल मैच

CBSE 12th Inter Result 2022: आज सीबीएसई बोर्ड 12वीं का रिजल्ट आया है. हर तरफ टॉपर्स की खबरें छाई हैं. लेकिन इस बीच एक खबर दिल्ली के वेलकम इलाके के छोटे से घर में रहने वाले फहीम की भी है जो किसी को भी गर्व से भर दे. 

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ये कहानी है उस लड़के की जिसने पांच साल की उम्र में अपने पैरों को खो दिया था. माता-पिता का तो जैसे हौसला ही टूट ही गया था. आज वही माता-पिता अपने बेटे की सफलता पर इतरा रहे हैं. हर किसी से बताते नहीं थकते कि मेरा बेटा पास हो गया है. भाई बहन भी अपने भाई पर गर्व करते नहीं थकते. 
 
दरअसल फहीम ने 12वीं क्लास में 77 प्रतिशत के साथ परीक्षा पास की है. हम विशेष तौर पर फहीम की बात इसलिए कर रहे हैं क्योंकि 70 प्रतिशत विकलांगता के बावजूद न सिर्फ 12वीं अच्छे मार्क्स लाए हैं बल्कि विदेशों में भी झंडे गाड़ चुके हैं.

कैसे पांच साल की उम्र में जिंदगी ने लिया था यूटर्न 
दरअसल, दिल्ली के वेलकम में रहने वाले फहीम का जन्म 01 जनवरी 2000 को एक गरीब परिवार में हुआ था. पिता मौहम्मद जलालुद्दीन पास ही में बेकरी शॉप चलाते हैं और मां गृहणी हैं. फहीम के चार भाई और चार बहन हैं, छोटी बहन 12वीं क्लास में पढ़ रही हैं. आजतक से बात करते हुए फहीम ने बताया कि जब उनकी 4 या 5 साल रही होगी तब उनकी तबियत खराब रहने लगी, शुरुआत में उल्टी-दस्त और बुखार हुआ और बाद में पैरों में दिक्कत होना शुरू हुई. 5 वर्ष की उम्र में फहीम के परिवार को डॉक्टर ने बताया कि उनके बच्चे को पोलियो है.

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नहीं मानी हार, विदेशों में लहराया तिरंगा
फहीम व्हील चेयर बास्केटबॉल प्लेयर हैं और काफी समय से खेल रहे हैं. न सिर्फ भारत में बल्कि विदेशों में कई मैच खेल चुके हैं. उन्होंने बताया कि पहले गांव में व्हील चेयर बास्केटबॉल शौंकिया तौर पर खेलते थे लेकिन दिल्ली आने पर इसी को कंटिन्यू रखा. आसपास के लोगों ने दिल्ली के कड़कड़डूमा में स्थित अमर ज्योति चैरिटेबल ट्रस्ट का सुझाव दिया, जहां दिव्यांग बच्चों के लिए खास स्कूल हैं और स्पोर्ट्स की भी सुविधा है. परिवार के साथ-साथ ट्रस्ट और किरण विहार दिल्ली-110092 में स्थित राजकीय सर्वोदय बाल विद्यालय ने फहीम का साथ दिया जिसकी बदौलत वे विदेश जाकर 5 इंटरनेशनल व्हील चेयर बास्केटबॉल मैच खेल चुके हैं. तीन मैच थाइलैंड, एक नेपाल और एक मैच मिडिल ईस्ट के लेबनान में खेला. फहीम को नेपाल में तीन मैचों की सीरीज में मैन ऑफ द मैच चुना गया था.

रोजाना 6-7 घंटे सेल्फ स्टडी, यूट्यूब से मिली मदद
फहीम बताते हैं कि सीबीएसई 12वीं बोर्ड परीक्षा की तैयारी के लिए पूरा स्पोर्ट मिला. कोविड-19 के समय स्कूल की ओर से कहा गया था कि आप सब्जेक्ट वाइज अपने टीचर से फोन पर भी बात करके मदद ले सकते हैं. फहीम ने यूट्यूब की मदद से पढ़ाई की. इसके अलावा बोर्ड एग्जाम से एक महीना पहले से उन्होंने अपनी पढ़ाई पर पूरा ध्यान लगा दिया था. सुबह 4 से 5 घंटे और शाम को दो-तीन घंटे यानी एक दिन में वे 6 से 7 घंटे पढ़ाई करते थे. फहीम को हिंदी में 78 अंक, इंग्लिश में 71 अंक, इतिहास में 84 अंक, पॉलिटिकल साइंस में 81 अंक और सोशलॉजी में 70 अंक मिले हैं.

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बता दें कि केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने शुक्रवार, 22 जुलाई 2022 को 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा के नतीजे घोषित कर दिए हैं. इस साल 10वीं में  94.40% (कुल  20,93,978) छात्र पास हुए हैं. वहीं 12वीं क्लास में 92.71% (कुल 13,30,662) छात्र पास हुए हैं.

 

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