CBSE Term 1 Term 2 Result 2022: सीबीएसई बोर्ड से 10वीं 12वीं का एग्जाम दे चुके लाखों स्टूडेंट इस समय तनाव से गुजर रहे हैं. ये तनाव है अब तक उनके एग्जाम के रिजल्ट न आने का. हर दिन रिजल्ट की उम्मीद लेकर आता है और शाम ढलते ढलते बोर्ड से लेकर शिक्षा मंत्रालय तक कोई अपडेट नहीं आता है. जहां देखो वहीं सुनाई देता है कि 'जल्द आएगा रिजल्ट ' लेकिन ये जल्द कब और कितने घंटे बाद आएगा, ये कहीं से क्लीयर नहीं हो पा रहा. सीबीएसई बोर्ड की ओर से कोई रिसपांस न मिलने से छात्रों की परेशानी लगातार बढ़ रही है.
इस साल सीबीएसई बोर्ड रिजल्ट को लेकर एक तरफ तो तनाव मार्किंग स्कीम का है, दूसरा तनाव रिजल्ट में देरी से पैदा हो रहे असमंजस की स्थिति का है. बता दें कि इस बार बोर्ड ने पहली बार न्यू एजुकेशन पॉलिसी लागू करते हुए दो टर्म में बोर्ड एग्जाम लिए हैं, पहले टर्म में ऑब्जेक्टिव सवाल पूछे गए और वहीं दूसरे टर्म में सभी सवाल सब्जेक्टिव थे. अब छात्रों को इस बात को लेकर बहुत सारे प्रश्न हैं कि उनका मूल्यांकर किस तरह की असेसमेंट पॉलिसी से होगा. उनकी मार्किंग स्कीम 30:70 होगी या 50:30 या कुछ और होगी.
वहीं रिजल्ट को लेकर 12वीं के छात्रों में सबसे बड़ी दुविधा ये है कि अगर अब तक रिजल्ट नहीं आए हैं और वो नीट, जेईई या सीयूईटी के लिए मेहनत कर रहे हैं. कमोबेश उनके नंबर अच्छे नहीं आए या फेल हो गए तो दूसरे प्रतियोगी परीक्षाओं में चयन का क्या मतलब रहेगा. अगर जेईई मेंस के बाद जेईई एडवांस के लिए तैयारी कर रहे हैं और उन्हें अपना पर्सेंट तक नहीं पता तो वो कैसे आगे परश्यू कर सकते हैं.
एल्कॉन इंटरनेशनल स्कूल से 12वीं की परीक्षा देने वाले छात्र सौमिल सहगल कहते हैं कि COVID-19 के कारण, परीक्षाएं बार-बार स्थगित होने और परीक्षा होगी कि नहीं होगी, जैसी दुविधाओं से हम घिरे रहे. लंबे समय तक छात्रों को यह भी यकीन नहीं था कि परीक्षा वास्तव में होगी या नहीं और इससे उनकी पढ़ाई की दक्षता भी प्रभावित हुई. हालांकि, सीबीएसई बोर्ड परीक्षा आयोजित होने के बाद भी हम छात्र अभी भी फ्री या रिलैक्स महसूस नहीं कर पा रहे. हमारा दिमाग अभी भी रिजल्ट को लेकर लटका हुआ है.
परिणामों में इतनी देरी होने से बहुत सारे छात्र प्रभावित हुए हैं जो अपने लिए बेहतर भविष्य की दिशा में काम करना चाहते थे, चाहे वह इंडियन कॉलेजों में प्रवेश हो या विदेश में पढ़ाई. यदि प्रारंभिक चरण में परिणाम जारी करना संभव नहीं है, तो अधिकारियों को कम से कम छात्रों को एक निश्चित तिथि प्रदान करनी चाहिए जब परिणाम घोषित किए जाएंगे ताकि छात्र कम से कम उसके अनुसार अपने प्लान बना सकें.
सौमिल की ही तरह कमोबेश ज्यादातर 12वीं के छात्र इसी दुविधा से जूझ रहे हैं. ऐसे समय में सीबीएसई बोर्ड की चुप्पी ने स्टूडेंट्स को काफी परेशान कर दिया है. छात्र मांग कर रहे हैं कि अगर रिजल्ट नहीं तो रिजल्ट की तिथि और समय ही बताया जाए. लेकिन इस तरह स्टूडेंट्स को अंधेरे में छोड़ देना कहां तक सही है.
एमिटी इंटरनेशनल स्कूल मयूर विहार दिल्ली से 12वीं की परीक्षा देने वाली तीस्ता इतिलेखा कहती हैं कि सीबीएसई बोर्ड परीक्षा अप्रैल-मई के महीने में आयोजित की गई थी, और अभी तक रिजल्ट जारी नहीं किए गए हैं. किसी भी छात्र के लिए, बोर्ड परीक्षा में उसके द्वारा प्राप्त किए गए अंक सबसे महत्वपूर्ण होते हैं क्योंकि इससे किसी को यह समझने में मदद मिलती है कि वे भविष्य में किस स्ट्रीम में आगे बढ़ सकते हैं.
परिणाम की घोषणा में देरी ने हमारे मन में बहुत चिंता और निराशा पैदा कर दी है. इससे हमारे आत्मविश्वास और मनोबल पर भी असर पड़ा है. इस देरी ने अनिश्चितता की भावना पैदा कर दी है, चाहे किसी ने अच्छा या बुरा प्रदर्शन किया हो, लेकिन वो पता तो हो. न केवल देरी, बल्कि पहले और दूसरे टर्म का वेटेज सिस्टम भी बहुत स्पष्ट नहीं है. मुझे उम्मीद है कि सीबीएसई जल्द से जल्द परिणाम जारी करेगा.