NEET UG 2022: राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा 2022 (NEET UG 2022) की परीक्षा 17 जुलाई 2022 को होगी. ट्विटर पर बीते 20 दिनों से लगातार केंद्र सरकार से परीक्षा को 40 दिनों के लिए पोस्टपोन करने की मांग कर रहे छात्रों का धैर्य टूटता जा रहा है.
विभिन्न राज्यों के छात्र कह रहे हैं कि वे सरकार से सिर्फ 40 दिन का समय मांग रहे हैं, लेकिन उस पर सरकार हमारी बात तक नहीं सुन रही. अब छात्र सरकार तक अपनी बात रखने के लिए कैंडल मार्च का मन बना रहे हैं. aajtak.in से कई नीट यूजी अभ्यर्थियों ने बातचीत की. अभ्यर्थियों का कहना है कि बीते साल सितंबर में ये परीक्षा हुई थी, हम इसी को मन में रखकर तैयारी कर रहे थे, लेकिन ये परीक्षा एनटीए ने इस साल जुलाई में आयोजित करा दी.
टेंशन से नहीं हो रही पढ़ाई
एक छात्र ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि वो इस हद तक तनाव में है कि वो पढ़ाई भी नहीं कर पा रहा है. छात्र ने कहा कि वो एक गरीब परिवार से आते हैं, उनके परिवार की इतनी कमाई नहीं है कि वो कोचिंग या ट्यूशन कर सकते. उन्होंने एक साल के हिसाब से अपना टाइम टेबल बनाया था जिसमें कि रिविजन का अब टाइम ही नहीं मिल पा रहा.
नीट अभ्यर्थी कमलेश ने कहा कि मैंने अभी अभी 12वीं की परीक्षा पास की है. मेरे पिता की पिछले माह डेथ हो गई, इससे मैं बीते महीने भी पढ़ाई नहीं कर पाया. मैंने सितंबर में एग्जाम होंगे, ये सोचकर अपनी तैयारी की थी, जोकि अभी होने वाले हैं. अगर सितंबर तक समय मिल जाता तो मैं इस साल शायद नीट निकाल लेता. मेरे सामने ड्रॉप करने का ऑप्शन भी नहीं हैं, क्योंकि मेरी मां हाउसवाइफ हैं, वो अब अगले साल के लिए मेरी तैयारी के लिए कोचिंग फीस नहीं दे पाएंगी.
हिमाचल प्रदेश की रहने वाली ललिता कुमारी ने कहा कि मैं हिमाचल प्रदेश से हूं. मैं सेवन इयर ड्रॉपर हूं. मैंने संसाधनों की कमी में अपनी तैयारी की है, कोचिंग में भी कैसे परिवार ने एक लाख 60 हजार रुपये दिए. आज मेरी हालत बहुत खराब है, सिर्फ 1800 की टेस्ट सीरीज लगाई है. अगर थोड़ा समय मिल जाता तो मेरा कॉन्फीडेंस बहुत ज्यादा बढ़ जाता और शायद मैं नीट निकाल लेती.
कैंडल मार्च की तैयारी
AIJNSA ( ALL INDIA JEE- NEET STUDENTS ASSOCIATION) संगठन की ओर से नीट यूजी के अभ्यर्थियों की मांग को लेकर कैंडल मार्च किया जा रहा है. स्टूडेंट एक्टिविस्ट हिमांशु बोरा ने कहा कि हम लाेग विभिन्न माध्यमों से छात्रों की मांग सरकार तक पहुंचा रहे हैं, साथ ही साथ छात्रों को . कहा है कि वे अपनी तैयारी जारी रखें. अब छात्र एक जुलाई के दिन एक साथ एक ही दिन अपने अपने राज्य से कैंडिल मार्च निकालेंगे.