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NEET UG 2024 Topper: AIIMS में डॉक्टर बनना चाहती हैं नीट टॉपर ईशा, बताया कैसे लाई हैं 720 में से 720 नंबर

नीट यूजी 2024 की परीक्षा में उदयपुर की ईशा कोठारी ने पूरे अंक लाकर परिवारवालों का नाम रौशन कर दिया है. इस एग्जाम को क्लियर करने के लिए ईशा दिन रात एक करके पढ़ाई किया करती थीं. टॉपर की मां ने बताया कि ईशा सोशल मीडिया से दूर रहती थीं और दोस्त भी उनके काफी कम थे. टॉपर से अपना टाइमटेबल भी शेयर किया है.

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NEET UG 2024 topper Isha Kothari and her mother
NEET UG 2024 topper Isha Kothari and her mother

NEET UG Topper 2024: नेशनल टेंस्टिंग एजेंसी ने नीट यूजी परीक्षा 2024 के नतीजे घोषित कर दिए हैं. इस साल 67 स्टूडेंट्स ने टॉपर्स की लिस्ट में अपनी जगह बनाई है. इस परीक्षा में उदयपुर की ईशा कोठारी ने पहली रैंक हासिल की है. ईशा के 720 में से पूरे 720 अंक आए हैं. ऑल इंडिया रैंक वन हासिल करने के बाद ईशा और उनके परिवारवालों की खुशी का ठिकाना नहीं है. इतने अच्छे नंबर लाने के बाद ईशा अब मनचाहे नामी मेडिकल संस्थान में एडमिशन पा सकती हैं. 

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ईशा की उम्र सिर्फ 17 साल है और वह पढ़ाई में काफी तेज हैं. ईशा के पिता प्लाईवुड का बिजनेस करते हैं. ईशा ने नीट परीक्षा की तैय़ारी एमडीएस स्कूल और रेडिएंट कोचिंग सेंटर से की थी. 720 में से 720 अंक लाने पर ईशा काफी खुश हैं, उनका कहना है कि आखिर मेहनत रंग लाई. aajtak.in से बातचीत करते हुए ईशा ने बताया कि वह इस एग्जाम के लिए किस तरह पढ़ाई किया करती थीं.

रोज 7 घंटे पढ़ती थीं ईशा

ईशा ने बताया कि वे रोजाना 7 घंटे अपनी स्टडी को दिया करती थीं, जब तक किसी भी टॉपिक का कॉन्सेप्ट क्लियर नहीं हो जाता था तब तक वह उसे छोड़ती नहीं थीं. ऑल इंडिया की टॉप रैंक पाने के बाद ईशा का एम्स, दिल्ली से डॉक्टर बनने का सपना है. दोपहर में जब रिजल्ट आया तो ईशा सो रही थीं, उनके पेरेंट्स ने उन्हें रिजल्ट देखा तो परिवार में खुशी का ठिकाना नहीं रहा. ईशा ने अपनी सफलता का श्रेय अपने पेरेंट्स के साथ ही टीचर्स को भी दिया है.

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सोशल मीडिया और स्मार्टफोन से दूर रहती थीं ईशा

ईशा की मां हंसा कोठारी ने बताया कि स्मार्ट फोन और सोशल मीडिया से पूरी तरह दूर रहकर उसने पढ़ाई की. बेहद सीमित संख्या में उसके फ्रेंड्स हैं वो सिर्फ और सिर्फ पढ़ने पर फोकस रखती है. देश के टॉप रैंकिंग से टॉप मेडिकल इंस्टीट्यूट में जाने का ख्वाब पूरा करने जा रही ईशा मानती हैं कि बिना भविष्य की परवाह किए नियमित रूप से लगातार पढ़ना जरूरी है. पढ़ाई को लेकर तनाव की बजाय अपने लक्ष्य पर केंद्रित रहना चाहिए. 

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