scorecardresearch
 

Success Story: किसान की बेटी ने UPSC एग्जाम में पाई 7वीं रैंक, भाई इंजीनियर, बहनें लेक्चरर-बैंक मैनेजर

UPSC Success Story: संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने हाल ही में जियो-साइंटिस्ट एग्जाम 2023 का फाइनल रिजल्ट जारी किया है. इस परीक्षा में किसान अनिल अवस्थी की बेटी राधा अवस्थी ने अपने पहले अटेंप्ट में ही 7वीं रैंक हासिक की है. यूपीएससी रिजल्ट के बाद किसान के परिवार में खुशी का महौला है.

Advertisement
X
यूपी के किसान के बेटी ने पहले अटेंप्ट में यूपीएससी जियो-साइंटिस्ट एग्जाम 2023 क्रैक किया (फोटो: Aajtak Special permission)
यूपी के किसान के बेटी ने पहले अटेंप्ट में यूपीएससी जियो-साइंटिस्ट एग्जाम 2023 क्रैक किया (फोटो: Aajtak Special permission)

UPSC Success Story: कहते हैं मेहनत करने वालो की कभी हार नहीं होती, सफलता कदम चूमती है. उत्तर प्रदेश के बांदा के एक किसान परिवार ने कर दिखाया है. किसान ने 22 साल पहले बच्चों का भविष्य बनाने के लिए अपना घर परिवार छोड़कर परदेश में ठिकाना बनाया, जिस कारण उसकी बेटियों ने वो कर दिखाया जो उसने शायद ही कभी सोचा होगा. बेटी का पहले प्रयास में UPSC में चयन हुआ है, जिससे परिवार की खुशियों का ठिकाना नहीं रहा. आइए जानते हैं किसान के परिवार की संघर्ष और सफलता की कहानी.

Advertisement

UPSC जियो-साइंटिस्ट एग्जाम में पाई 7वीं रैंक
दरअसल, संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने हाल ही में जियो-साइंटिस्ट एग्जाम 2023 का फाइनल रिजल्ट जारी किया है. इस परीक्षा में किसान अनिल अवस्थी की बेटी राधा अवस्थी ने अपने पहले अटेंप्ट में ही 7वीं रैंक हासिक की है. यूपीएससी रिजल्ट के बाद किसान के परिवार में खुशी का महौला है. बधाई देने वाले रिश्तेदारों और पड़ोसियों का तांता लगा है.

किसान ने बच्चों के लिए 22 साल पहले छोड़ा था घर
देहात कोतवाली क्षेत्र के एक छोटे से गांव पचनेही के रहने वाले किसान अनिल अवस्थी ने बताया कि उनके एक बेटा और 3 बेटियां हैं. उसने 2001 में घर परिवार छोड़ लखनऊ में अपना आशियाना बनाया था, जहां किराए पर रहकर अपने बच्चों को पढ़ाया-लिखाया और अब वे कामयाब हैं. लखनऊ जाने का उद्देश्य सिर्फ बच्चों का भविष्य संवारना था, घर मे किसान और उसकी पत्नी दिन रात बच्चों की पढ़ाई का ध्यान देते थे. पत्नी ग्रहणी हैं, जो MA पास हैं. किसान भी Law और कई विषयों से MA हैं. 

Advertisement

बेटा इंजीनियर तो बेटियां लेक्चरर और बैंक मैनेजर
उन्होंने आगे बताया कि घर छोड़ने के बाद अब उनके चारों बच्चों का भविष्य अंधकार से प्रकाश में आ चुका है. बेटा गुजरात मे क्लास 1 इंजीनियर है, बड़ी बेटी इंटर कालेज में लेक्चरर है, दूसरी बेटी बैंक मैनेजर है और अब तीसरी बेटी राधा अवस्थी का UPSC में चयन हो गया है. अभी यह परिवार के साथ लखनऊ में रहता है. 

B.Sc के बाद एमटेक, फिर शुरू की यूपीएससी की तैयारी
आगे बताया कि बेटी की प्राथमिक शिक्षा लखनऊ में हुई है, इसके बाद बीएससी भी लखनऊ से किया है. फिर केंद्रीय विद्यालय सागर से एमटेक किया है. राधा ने एमटेक के दौरान ही वहीं रहकर यूपीएससी एग्जाम की तैयारी की. उनकी दिन-रात मेहनत का ही नतीजा है, जो उन्हें अपने पहले अटेंप्ट में ही यूपीएससी जियो-साइंटिस्ट एग्जाम क्रैक कर लिया है. राधा की सफलता के बाद घर मे खुशी का माहौल है, बेटी ने भी अपनी सफलता का श्रेय अपने माता पिता को दिया है. 

लड़कियों को दी ये सलाह
बेटी राधा अवस्थी का कहना है कि ऐसा कौन सा काम है जो बेटियां नहीं कर सकती, बस मेहनत की जरूरत है. उसने आगे बेटियों को सुझाव दिया कि जनरल नॉलेज के नए कंटेंट के साथ बुक के इंपॉर्टेंट पॉइंट्स को नोट करके ही तैयारी करें, रटने की बजाय नए कंटेंट को समझने के लिए पढ़ें, हर हाल में सफलता मिलेगी.

Live TV

Advertisement
Advertisement