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Success Story: मेडिकल स्टोर चलाते हैं पिता, बेटी बनेगी SDM, यूपी पीसीएस में पाई 16वीं रैंक

UPPSC PCS 2023 Success Story: तीन बच्चों में बड़ी बेटी सौम्या सिंह टीचर हैं जबकि छोटा बेटा उत्कर्ष सिंह परास्नातक की पढ़ाई पूरी कर रहा है. अब उनकी बेटी सुनिष्ठा सिंह ने उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा घोषित पीसीएस परीक्षा 2023 में सफल होकर उनकी खुशियों को चार चांद लगा दिया. 

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UPPSC PCS 2023 Topper: बहराइच की सुनिष्ठा ने 16वीं रैंक हासिल की है
UPPSC PCS 2023 Topper: बहराइच की सुनिष्ठा ने 16वीं रैंक हासिल की है

UPPSC PCS 2023 Success Story: पिता एक साधारण सा मेडिकल स्टोर चलाते हैं लेकिन बेटी ने यूपी पीसीएस परीक्षा 2023 में 16वीं रैंक हासिल कर एसडीएम बनने का सपना पूरा कर लिया है. आज पूरा गांव बिटिया की सफलता पर इतरा रहा है. इस मौके पर बहराइच जिले के कैसरगंज थाना क्षेत्र से कुछ ही दूरी पर स्थित गुथिया गांव में कुंवर विजयंत सिंह के घर पर लोगों का बधाई देने वालों का तांता लगा रहा. हो भी क्यों न, उनकी छोटी बेटी सुनिष्ठा सिंह ने एसडीएम बनने का सपना पूरा कर पूरे गांव में का नाम जो रोशन कर दिया है. 

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पिता चलाते हैं मेडिकल स्टोर, बड़ी बेटी टीचर-छोटी बनी SDM
दरअसल कुंवर विजयंत सिंह एक मेडिसन का बिजनेस करते हैं और गांव से नजदीक कैसरगंज बाजार अपने मेडिकल स्टोर से परिवार का भरण पोषण करते हैं. उनके तीन बच्चों में बड़ी बेटी सौम्या सिंह टीचर हैं जबकि छोटा बेटा उत्कर्ष सिंह परास्नातक की पढ़ाई पूरी कर रहा है. अब उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा घोषित पीसीएस परीक्षा परिणाम ने उनकी खुशियों को चार चांद लगा दिया. 

यूपी पीसीएस एग्जाम में छोटी बेटी सुनिष्ठा सिंह ने 16वीं रैंक हासिल कर एसडीएम बनने का सफर पूरा कर लिया है. सुनिष्ठा के पिता विजयंत सिंह बताते हैं कि उन्होंने अपने सभी बच्चों की पढ़ाई में कोई कसर नहीं छोड़ी जिसका परिणाम बेटी की सफलता के रूप में सभी के सामने है. 

हिंदी मीडियम से की है पढ़ाई
सुनिष्ठा ने हाई स्कूल वा इंटरमीडिएट की पढ़ाई बहराइच शहर के हिंदी मीडियम के स्कूल बाल शिक्षा निकेतन से और स्नातक की पढ़ाई लखनऊ के क्रिश्चियन कालेज से पूरी की है. सुनिष्ठा शुरू से ही पढ़ाई में मेधावी रही हैं. उनका सपना सिविल सर्विस में जाने का था, जो अब एसडीएम बनकर पूरा हो गया है. उन्होंने बताया कि वो इस जिले के नामचीन राजनीतिक ठाकुर हुकुम सिंह के गांव से ताल्लुक रखते हैं जिन्होंने इस बेहद पिछड़े जिले में शिक्षा की अलख जगाई थी. उन्ंही के नाम पर बहराइच में ठाकुर हुकुम सिंह किसान डिग्री कॉलेज भी है.

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