राजस्थान में इंजीनियरिंग कॉलेजों में एडमिशन के लिए राजस्थान प्री-इंजीनियरिंग टेस्ट (आरपीईटी) नहीं होगा. दरअसल सरकार ने इसके लिए टेक्निकल एजुकेशन डिपार्टमेंट के एक्सपर्ट की केंद्रीय एडमिशन समिति का गठन किया है. जो 2015-16 सत्र के एडमिशन पर विचार करेगी.
नई व्यवस्था के तहत ऑल इंडिया एंट्रेंस एग्जाम जेईई की मेरिट के आधार पर प्रवेश दिया जाएगा. इसके बाद खाली रही सीटों पर 12वीं की मेरिट के आधार पर प्रवेश दिया जाएगा. उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री काली चरण सराफ ने तीन सदस्यों की विभागीय कमेटी का गठन किया है. कमेटी एंट्रेंस एग्जाम के विकल्पों को तलाशेगी.
उन्होंने कहा कि कुल सीटों में से 15 फीसदी सीटें मैनेजमेंट कोटे और के तहत भरी जाएंगी और कुछ सीटे दूसरे राज्यों के स्टूडेंट्स के लिए होंगी और बाकि की सीटें राज्य के स्टूडेंट्स के लिए होंगी.