हाल ही में हुए उत्तर प्रदेश स्टेट इंट्रेंस एग्जामिनेशन (UPSEE) की काउंसिलिंग में 1.24 लाख सीटें खाली रह गईं. यूपी के 300 कॉलेजों में कुल 1.47 लाख इंजीनियरिंग सीटें मौजूद हैं जिनमें से केवल 23,000 सीटों पर स्टूडेंट्स ने एडमिशन लिया.
कुल सीटों में से 97,000 सीटें काउंसलिंग के जरिये भरी जानी थीं. बाकी के सीटों पर डायरेक्ट एडमिशन और जेईई मेन से एडमिशन होना था.
आपको बता दें कुल 1.38 लाख स्टूडेंट्स ने स्टेट इंजीनियरिंग एग्जाम क्वालिफाई किया था.
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक सरकारी कॉलेज में भी करीब 20 फीसदी सीटें खाली रह गई हैं. एसईई कोऑर्डिनेटर जगबीर सिंह का कहना है, 'एडमिशन फिगर में 7 हजार की बढ़ोत्तरी हुई है लेकिन स्थिति अभी काफी निराशाजनक है. हम उम्मीद करते हैं कि डायरेक्ट एडमिशन से इस संख्या में इजाफा होगा. एडमिशन प्रक्रिया 14 अगस्त तक चलेगी और एकेडमिक सेशन 15 अगस्त से शुरू होगा'.
एक अधिकारी का कहना है ,'खाली संकाय पदों और बुनियादी सुविधाओं की कमी के वजह से स्टूडेंट्स इन कॉलेजों में एडमिशन लेने से कतरा रहे हैं. इसके अलावा छात्रों के लिए कोर्स खत्म होने के बाद रोजगार की कमी कॉलेजों में प्रवेश का एक मुख्य कारण है.'