भारत सरकार ने उच्च शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए 1000 अमेरिकी शिक्षकों को
भारतीय यूनिवर्सिटीज में पढ़ाने का न्योता दिया है. उनमें से ज्यादातर
शिक्षक साइंस और इनोवेशन के फील्ड से होंगे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के सामने यह विचार रखा था कि अमेरिकी शिक्षक भारत की बड़ी यूनिवर्सिटीज में पढ़ाएं. प्रधानमंत्री मोदी के इस प्रस्ताव को ओबाम से समर्थन मिल गया है. यूएस इस बात के लिए राजी हो गया है कि उनके शिक्षक भारतीय यूनिवर्सिटीज में पढ़ाएंगे. सारे शिक्षक अपनी सुविधा के हिसाब से शॉर्ट-टर्म समय के लिए भारत आएंगे.
इस प्रस्ताव के बारे में अमेरिका और भारत ने साझा बयान जारी कर कहा था कि राष्ट्रपति ओबामा ने भारत के ग्लोबल इनीशिएटिव ऑफ अकेडमिक नेटवर्क (GIAN) प्रस्ताव का स्वागत किया है. इसके तहत हर साल भारत की प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटीज में 1000 अमेरिकी शिक्षक पढ़ाने जाएंगे.
पिछले महीने साइंस एंड टेक्नोलॉजी मिनिस्ट्री ने करीब 5000 भारतीय वैज्ञानिकों के लिए यह मैंडेट्री कर दिया है कि वे कम से कम एक अकेडमिक साल में 12 घंटे की क्लास देश के विभिन्न स्कूलों और कॉलेजों में लेंगे. दरअसल, काउंसिल ऑफ साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रीयल रिसर्च (CSIR) के साइंटिस्ट भी स्कूलों और कॉलेजों में स्टूडेंट्स को पढ़ाएंगे ताकि स्टूडेंट्स के बीच क्रिएटिविटी बढ़ सके.