म्यांमार को जानने वाले इस बात को भी बखूबी जानते हैं कि इस देश को कभी बर्मा के नाम से जाना जाता था. इस देश की राजधानी का नाम भी बदलता रहा जो कभी रंगून और कभी यांगून रहा. अब इसकी राजधानी नैप्यीदा है.
वैसे, क्या आप में से किसी को शमशाद बेगम की आवाज में वो गाना याद है, मेरा पिया गए रंगून-किया है वहां से टेलीफून. तुम्हारी याद सताती है, जिया में आग लगाती है. एक ऐसा गीत जो सुनने में जितना कर्णप्रिय है, उस जमाने के प्रवासियों के दर्द की दास्तां उतनी ही सहजता से भी बयां करता था.
बहरहाल, म्यांमार आज धीरे-धीरे ही सही मगर बड़ी मजबूती से लोकतांत्रिक परिपक्वता की ओर बढ़ रहा है. वहां आंग सान सू की नामक नेत्री महात्मा गांधी से प्रेरणा लेकर आगे की ओर बढ़ रही हैं. 'द लेडी' के नाम से मशहूर इस नेत्री को शांति का नोबेल पुरस्कार दिया जा चुका है.
इस बार म्यांमार की बातें जो उसे दूसरे देशों से अलग कतार में खड़ा करती हैं-
1. म्यांमार की 89 फीसदी जनता बौद्ध धर्म को मानती है. भारत से शुरू होकर बौद्ध धर्म आज पूरी दुनिया में फैल गया है लेकिन म्यांमार में उसके अनुयायियों की तादाद बहुत ज्यादा है.
2. म्यांमार में रेगिस्तान के अलावा सबकुछ है. सब कुछ बोले तो यहां की भौगोलिक खूबसूरती बेजोड़ है. पहाड़ियों की श्रृंखला, झरने और झील यहां की खूबसूरती में चार चांद लगाते हैं.
3. यहां लंबे समय तक सैन्य शासन रहा है. साल 1962 तक म्यांमार में सेना का शासन रहा है, और यहां की अवाम ने सैन्य शासन के खिलाफ लंबा संघर्ष किया है.
4. म्यांमार के सकल घरेलू उत्पाद का आधा हिस्सा कृषि के माध्यम से आता है. चावल यहां का प्रमुख खाद्य पदार्थ है.
5. म्यांमार की इरावदी नदी को वहां सम्मान की दृष्टि से देखा जाता है. इसे म्यांमार में अनहद प्रवाह का द्योतक माना जाता है.
6. बच्चों के जन्म के 7 दिनों के भीतर उनका नामकरण नहीं किया जाता.
7. गर्भवती महिलाओं को केला और मिर्च खाने की मनाही है. म्यांमार में ऐसा मानना है कि केला खाने से बच्चे का आकार बेतहाशा बढ़ेगा होगी तो वहीं मिर्च उसके बाल उगने के क्रम को रोक देंगी.
8. यहां लोग सोमवार, शुक्रवार और जन्मदिन के मौके पर बाल नहीं कटवाते.
9. यहां एक डॉलर की कीमत 1031.60 लोकल क्यात है. क्यात यहां की करेंसी है.
10. यहां के पैगोडा दुनिया भर से सैलानियों को आकर्षित करते हैं. न्यूयॉर्क टाइम्स ने खूबसूरती के मामले में इस देश को पूरी दुनिया में तीसरा स्थान दिया है.
11. म्यांमार में मोटापे को स्वास्थ्य का पैमाना माना जाता है. अब इसे अच्छी बात नहीं कहेंगे तो फिर क्या कहेंगे!