scorecardresearch
 

20 से ज्यादा प्रकाशकों ने किया था रिजेक्ट, आज 100 करोड़ रुपए के मालिक

अमीश जल्द ही भगवान राम पर अपनी सीरिज शुरू करने वाले हैं जिसका पहला संस्करण बाजार में आ चुका है..

Advertisement
X
अमीश त्रिपाठी
अमीश त्रिपाठी

Advertisement

एक लेखक होना आसान नहीं है. आपकी लिखी किताब न बिके और निराशा हाथ लगे तो कोई बड़ी बात नहीं. कुछ इसी डर के साथ किताब लिखने का सफर शुरू करने वाले अमीश ने ये कभी नहीं सोचा था कि वो आज देश के बेस्ट सेलर्स में एक होंगे. 2010 से अबतक अमीश त्रिपाठी की चार किताबों ने 100 करोड़ से ज्यादा की कमाई कर ली है.

उम्र 17 साल और तकनीक में किया ये कमाल...

अमीश त्रिपाठी का एक बैंकर से लेखक का सफर आसान नहीं था. उड़ीसा और तमिलनाडु में पले-बढ़े अमीश के घर का माहौल कुछ अलग था. उनके दादाजी बनारस में पंडित थे जिन्होंने ही उनकी पौराणिक कथाओं में रूचि जगाई. उन्होंने बताया कि उनके घर का माहौल ही कुछ ऐसा था जिसने उन्हें लिखने के लिए प्रेरित किया. अमीश हाई स्कूल की पढ़ाई के बाद मुम्बई चले गए. इसके बाद आईआईएम कोलकाता से एमबीए किया. बैंकर के तौर पर करियर की शुरूआत की. कई प्राइवेट बैंकों के साथ काम किया.

Advertisement

फोर्ब्स की 'सुपर अचीवर्स' लिस्ट में 30 भारतीयों ने बनाई जगह

2004 से लगभग पांच साल तक अमीश पुराणों पर लिखत रहे. 2010 में उनकी पहली किताब 'द इमार्टल्स ऑफ मेलहुआ' तैयार थी. अमीश ने बताया कि 20 से ज्यादा प्रकाशकों ने उनकी किताब को छापने से मना कर दिया. वहीं आज उन्होंने अब तक 35 लाख किताबें बेच चुके हैं. साथ ही सबसे तेजी से बिकने वाली किताबों में से एक हैं अमीश त्रिपाठी की किताब.

अमीश की शिवा सीरिज में से तीन 'द ईमार्टल्स ऑफ मेलहुआ', 'द सीक्रेट ऑफ नागाज' और 'द ओथ ऑफ वायुपुत्र' सबसे तेजी से बिकने वाली किताबों में से हैं. वही अब अमीश जल्द ही भगवान राम पर अपनी सीरिज शुरू करने वाले हैं जिसका पहला संस्करण बाजार में आ चुका है.

क्रिकेट के 'सुल्‍तान' हैं धोनी, कैप्टन कूल जैसा कोई नहीं...

आज अमीश मुम्बई में 12 लोगों के स्टाफ के साथ अपने सपने को पूरा करने में जुटे हैं. उनकी किताबों की मार्केटिंग का दारोमदार इस टीम के ऊपर है.

Advertisement
Advertisement