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जब जयपुर की लड़की भारत में कनाडा की हाई कमिश्नर बनी...

जयपुर से इंजीनियरिंग कर रही 20 वर्षीय मेधा को भारत में एक दिन के लिए बनाया गया कनाडा का हाई कमिश्नर. पढ़ें आखिर किन वजहों से दिया गया उसे यह तमगा...

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Canada High Commission
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ऐसे समय में जब हमारे देश के साथ-साथ पूरी दुनिया में फेमिनिज्म और नारी अधिकारों को लेकर बहस छिड़ी हुई है. हमारे देश के लिए ओलंपिक में मेडल जीतने वाली भी लड़कियां हैं. ठीक उसी दौर में भारत में स्थित कनाडा हाई कमीशन से एक खबर आई है कि जयपुर की रहने वाली 20 वर्षीय मेधा मिश्रा को 11 अक्टूबर, अंतर्राष्ट्रीय लड़की दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम के मौके पर भारत में कनाडा का हाई कमिश्नर बनाया गया.

पूरी दुनिया में रही अव्वल...
मेधा मिश्रा महज 20 साल की हैं और जयपुर से इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रही हैं. कनाडा हाई कमीशन ने इस मौके पर हमारे देश के साथ-साथ पूरी दुनिया से गर्ल स्टूडेंट्स को आमंत्रित किया था. इस प्रतियोगिता में जीतने पर मेधा को एक दिन के लिए भारत में कनाडा का हाई कमिश्नर बनाया गया.

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लड़कियों के अधिकार से जुड़ी थी प्रतियोगिता...
मेधा कनाडा हाई कमीशन द्वारा आयोजित प्रतियोगिता का हिस्सा थीं. इस प्रतियोगिता का टॉपिक "लड़कियों के अधिकारों की महत्ता और लैंगिंक बराबरी के लिए क्या किया जा सकता है" था.
इस प्रतियोगिता को जीतने के बाद अब मेधा वरिष्ठ राजनयिकों के साथ बैठकें करने के साथ-साथ आम इवेंट्स का हिस्सा बनेंगी. इसके माध्यम से वे लड़कियों के अधिकारों पर जागरुकता फैलाने की कोशिश करेंगी. उनकी इस मुहिम में दिल्ली के स्कूलों के स्टूडेंट्स और विदेशी मिशन के स्टाफ भी शामिल होंगे.

मेधा बराबरी की पक्षधर हैं...
मेधा खुद को वर्तमान परिस्थितियों के हिसाब से नारीवादी मानती हैं लेकिन वह नारीवाद के नाम पर पुरुषों से घृणा करने के खिलाफ हैं. मेधा की इस मुहिम में कनाडा के डिप्टी हाई कमिश्नर जेस डट्टन का भी सहयोग है. वे मेधा के साथ IILM Institute Of higher Education में मैनेजमेंट स्टूडेंट्स के बीच महिलाओं में नेतृत्व क्षमता को विकसित किए जाने वाले कार्यक्रम में भी शरीक हुए.

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