देश भर के विश्वविद्यालयों के शिक्षक 22 अगस्त 2017 को काला दिवस मनाएंगे. 7वें वेतन आयोग की सिफोरिशों को लागू न करने की वजह से देशभर के 8 लाख विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों के शिक्षक विरोध प्रदर्शन करेंगे.
वहीं 5 सितंबर को 'शिक्षक दिवस' के मौके पर गिरफ्तारी देने का फैसला भी किया है. 22 अगस्त को विश्वविद्यालय कैंपस में विरोध प्रदर्शन और धरने के साथ ही शिक्षक कक्षाओं को बहिष्कार करेंगे.
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All India Federation of University and College Teachers Organisation (AIFUCTO) के कहने पर ये फैसला लिया गया है कि शिक्षक अपनी मांगों के समर्थन को लेकर 'ब्लैक डे' मनाएं.
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AIFUCTO के प्रेसिंडेंट प्रो. केशव भट्टाचार्य भट्टाचार्या ने कहा है कि देश भर में एक साथ समान रूप से सातवें वेतन आयोग को लागू करने की केंद्रिय सहायता दी जानी चाहिए. साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार मामले की गंभीरता को समझें.
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वहीं AIFUCTO के जनरल सेक्रेटरी अरुण कुमार कहते हैं कि केंद्र सरकार के समक्ष कई बार सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों को लागू करने और छठें वेतन आयोग की परेशानियों को दूर करने की मांग रखी गई है, लेकिन अब तक इस मामले में कुछ भी नहीं हुआ.
जिस वजह से विरोध प्रदर्शन और धरना कर 'काला दिवस' मनाया जाएगा. बतादें इस संबंध में देशभर के विश्वविद्यालयों के शिक्षकों को पत्र भेजकर सूचना दीू गई है.