केरल में इंजीनियरिंग कोर्सेज के लिए एडमिशन प्रक्रिया पूरी हो चुकी है. इसके बावजूद राज्य भर के इंजीनियरिंग कॉलेजों में 30 हजार से भी ज्यादा सीटें खाली रह गईं हैं.
फेडरेशन ऑफ एसोसिएशन ऑफ अनएडेड प्रोफेशनल कॉलेज ऑफ इंडिया के प्रेसीडेंट जी पी सी नायर का कहना है कि बड़ी संख्या में छात्रों ने अन्य राज्यों में स्थित कॉलेजों को एडमिशन के लिए चुना है.
गौरतलब है कि केरल इंजीनियरिंग एग्रीकल्चर मेडिकल (KEAM) इंट्रेंस एग्जाम में कुल 1,19,025 लाख स्टूडेंट्स शामिल हुए थे, जिसमें करीब 61,671 छात्र और 57, 354 छात्राओं ने भाग लिया था. यह परीक्षा केरल राज्य भर में 327 केंद्रों पर आयोजित की गई थी.
केरल में इस बार 6 हजार से भी ज्यादा स्टूडेंट्स इंजीनियरिंग के लिए प्लस टू एग्जाम में न्यूनतम मार्क्स पाने में असफल रहे. यह भी एक वजह है कि राज्य में 92 हजार के आसपास इंजीनियरिंग सीटें एडमिशन के लिए उपलब्ध हैं.