10वीं बोर्ड एग्जाम्स एक फिर कंपलजरी कर दिए गए हैं. 2018 से देश में ये नियम लागू हो जाएगा. जानिए, सरकार के इस फैसले से जुड़े 5 प्वाइंट्स...
- 2018 में फिर शुरू होगा बोर्ड एग्जाम. अगले साल यानी 2017 में 10वीं का एग्जाम पुरानी प्रक्रिया के अनुसार ही होगा. उसमें कोई बदलाव नहीं होगा.
CBSE ने अनिवार्य किया 10वीं बोर्ड, अगले साल से देने होंगे एग्जाम
- 2018 से थ्री लैंग्वेज फार्मूला लागू होगा. इसका मतलब है कि 10वीं के हर छात्र को हिंदी और अंग्रेजी के अलावा एक अन्य भारतीय लैंग्वेज को पढ़ना अनिवार्य होगा और उसका एग्जाम भी पास करना होगा.
- 2018 से 80 प्रतिशत वेटेज बोर्ड एग्जाम के तहत लिए गए रिटन एग्जाम को दिया जाएगा और 20 प्रतिशत वेटेज, इंटरनल एसेसमेंट का होगा जो स्कूल अपने स्तर पर लेंगे.
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- जो छात्र अभी 9वीं में फॉरेन लैंग्वेज को पढ़ रहे हैं वे उसका पेपर दे सकेंगे. पर इसके साथ ही उन्हें तीन कंपलजरी इंडियन लैंग्वेज के पेपर देने होंगे. ऐसे छात्रों को अब कुल मिलाकर 4 लैंग्वेज पेपर देने होंगे.
- सभी CBSE स्कूलों के प्रिंसिपल्स को एलिजिबिलिटी टेस्ट पास करना होगा. इससे ये पता लगाया जाएगा कि जो व्यक्ति स्कूल को हेड कर रहा है, वह उसके योग्य है या नहीं.