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लाक्षागृह बने दिल्ली के स्कूल, सीसीटीवी से पहले आग से बचाना है जरूरी

दिल्ली सरकार स्कूलों में सीसीटीवी और नये कमरे बनाने में जुटी है, लेकिन दूसरी तरफ इस आरटीआई से मिला जवाब कुछ और ही संकेत दे रहा है. इस आरटीआई के अनुसार दिल्ली के स्कूल लाक्षागृह बने हैं. जरूरी है कि सरकार इस ओर सबसे पहले ध्यान दे. देश का भविष्य हमारे बच्चे इन स्कूलों में पढ़ते हैं, यहां कोई बुरी घटना हो, इससे पहले क्यों न तैयारी पूरी हो. जानें, क्या है आरटीआई में आई चौंकाने वाली बात.

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प्रतीकात्मक फोटो
प्रतीकात्मक फोटो

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दिल्ली पेरेंट्स एसोसिएशन की एक आरटीआई में आया है कि दिल्ली के 50 फीसदी स्कूलों के पास फायर एनओसी नहीं है. फायर विभाग को भेजी गई इस आरटीआई के जवाब में कई नामी स्कूलों की फेहरिस्त सामने आई है जिन्होंने फायर की एनओसी (नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट) नहीं ली है. जानें, क्या है इस एनओसी का मतलब. किस तरह के खतरे में हैं राजधानी के बच्चे.

दिल्ली पेरेंट्स एसोसिएशन की अध्यक्ष अपराजिता गौतम ने शुक्रवार को मीडिया को इस आरटीआई से मिली सूचना साझा की है. अपराजिता का कहना है कि हम सभी की आंखों से सूरत के उस शिक्षा संस्थान का नजारा अभी धुंधला नहीं हुआ है. उस संस्थान में आग लगने के बाद किस तरह बच्चे चौथी मंजिल से कूद गए थे. हादसे में 20 बच्चों की मौत हुई थी. इसी के बाद हमने दिल्ली के स्कूलों का जायजा लेने के लिए ये आरटीआई डाली थी.

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उन्होंने कहा कि दिल्ली में भी आए दिन स्कूलों में आग लगने की खबर सुनने को मिल रही है. इसी को देखते हुए दिल्ली पेरेन्ट्स एसोसिएशन के महासचिव हरीश मेहरा ने फायर विभाग में RTI  लगाकर जानना चाहा था कि स्कूलों में आग से बचने के इंतजाम किस तरह के हैं. इसके जवाब में डरा देने वाली सच्चाई सामने आई है.

अपराजिता गौतम ने बताया कि पहले जवाब में विभाग ने लापरवाही बरतते हुए जो आंकड़े दिए थे, उनके अनुसार तो ये 70% स्कूलों के पास फायर एनओसी नहीं थी. बता दें,

दिल्ली सरकार के शिक्षा विभाग के आंकड़ों के अनुसार जहां दिल्ली में मान्यता प्राप्त और गैर मान्यता प्राप्त लगभग 7000 स्कूल चल रहे हैं. उसके मुताबिक

RTI ये खुलासा करती है कि 50% स्कूल बिना fire NOC के चल रहे हैं, इनमें कुछ नामी स्कूलों के अतिरिक्त सरकारी स्कूल भी शामिल हैं।

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ये है फायर डिपार्टमेंट का जवाब

No of schools applied for NOC = 5700

No of schools NOC expired = 2000

33% schools Fire NOC expired

अब अगर सरकारी रिकॉर्ड की बात करें तो दिल्ली में मान्यता प्राप्त और गैर मान्यता प्राप्त लगभग 7000 स्कूल हैं तो ऐसे में 50 प्रतिशत स्कूलों की एनओसी एक्सपायर्ड है या बिना एनओसी के चल रहे हैं.

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फायर

विभाग ने कहा कि कोई सिस्टम नहीं

अपराजिता ने बताया कि हमारी टीम chief fire officer से मिली थी. उन्होंने कहा कि उनके पास ऐसा कोई system नहीं कि वो NOC  एक्सपायर होने से पहले किसी को रिमाइंडर भेज सकें. अधिकारी के अनुसार उनके विभाग का काम आग लगने के बाद शुरू होता है. यहां तक कि विभाग किसी को दंडित भी नहीं कर सकता. ऐसे में लगता है कि दिल्ली शिक्षा विभाग और फायर विभाग को स्कूल में किसी बड़ी घटना का इंतजार है.

बिना NOC के चल रहे कई नामी स्कूल

दिल्ली पेरेंट्स ऐसोसिएशन ने दिल्ली में जो नामी स्कूल बिना एनओसी के चल रहे हैं उनकी लिस्ट भी हमारे साथ साझा की है  लेकिन हम उसे साझा नहीं कर रहे. क्योंक खबर का उद्देश्य किसी स्कूल की छवि करना नहीं है. खबर का सीधा उद्देश्य राजधानी के नौनिहालों की सुरक्षा और सरकार का ध्यान इस ओर ले जाना है.

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